न्यूड होकर नहीं करने चाहिए ये काम, भुगतने पड़ सकते हैं भयंकर परिणाम

विष्णु पुराण में व्यक्ति के खान-पान से लेकर कपड़े पहनने और रहन-सहन को लेकर कई सारे नियमों का जिक्र किया गया है. इस पुराण में ऐसे कर्मों को भी बताया गया है, जिन्हें नग्न अवस्था में बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

कई लोगों को रात में न्यूड (Nude) होकर सोना अच्छा लगता है और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ऐसा करना सेहत के लिए फायदेमंद (Beneficial for Health) भी माना जाता है. हालांकि रोजमर्रा के जीवन में कई ऐसे काम हैं जिन्हें कई लोग न्यूड होकर करना ही पसंद करते हैं, लेकिन हिंदू धर्म के शास्त्रों में कई ऐसे कार्य भी बताए गए हैं जिन्हें नग्न होकर करना वर्जित माना जाता है. बात करें विष्णु पुराण (Vishnu Puran)  की तो इसमें मनुष्य के कल्याण के लिए कई नियम बताए गए हैं. विष्णु पुराण में व्यक्ति के खान-पान से लेकर कपड़े पहनने और रहन-सहन को लेकर कई सारे नियमों का जिक्र किया गया है. इस पुराण में ऐसे कर्मों को भी बताया गया है, जिन्हें नग्न अवस्था में बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए.

मान्यताओं के अनुसार, जो व्यक्ति इन नियमों का पालन नहीं करता है वो पाप का भागीदार बनता है और उसे भयंकर परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं. चलिए जानते हैं वो काम जिन्हें निर्वस्त्र (Naked) होकर करना, पाप करने के समान है.

1- नग्न होकर स्नान करना

विष्णु पुराण में नग्न होकर स्नान करने को वर्जित माना गया है. इस पुराण के बारहवें अध्याय में कहा गया है कि व्यक्ति को पूर्ण रूप से नग्न होकर स्नान नहीं करना चाहिए. इससे जल देवता का अपमान होता है. मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने नहाते समय गोपियों के वस्त्र चुराकर यही संदेश देने की कोशिश की थी कि मनुष्य को कभी भी नग्न होकर स्नान नहीं करना चाहिए और नहाते समय कम से कम एक कपड़ा शरीर पर अवश्य होना चाहिए. यह भी पढ़ें: न्यूड सोने के हैं कई फायदे, शादी भी टिकती है ज्यादा लंबी

2- न्यूड होकर आचमन करना

विष्णु पुराण में इस बात का जिक्र भी किया गया है कि व्यक्ति को कभी भी नग्न अवस्था में आचमन नहीं करना चाहिए. कहा जाता है कि आचमन के दौरान आंतरिक शुद्धि होती है. ऐसे समय में पवित्र मन और पूरी आस्था से की गई पूजा फलीभूल होती है, लेकिन निर्वस्त्र होकर आचमन करना विधि के खिलाफ माना जाता है, इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए.

3- नग्न होकर पूजा करना

कई लोग स्नान करने के बाद नग्न अवस्था में देवी-देवताओं की पूजा करते हैं. हालांकि विष्णु पुराण में इस तरह से पूजा करने को गलत बताया गया है. मान्यता के अनुसार, पूजा-पाठ के दौरान व्यक्ति को दो बिना सिले हुए वस्त्र धारण करने चाहिए. इस तरह से पूजा करने पर व्यक्ति सांसारिक मोह-माया से ऊपर उठकर भगवान की भक्ति में खुद को लीन कर पाता है, लेकिन नग्न होकर पूजा करना भगवान का अपमान करने के समान है.

4- न्यूड होकर सोना

कई लोग रात में न्यूड होकर सोना पसंद करते हैं और इसे वैज्ञानिक दृष्टि से सेहत के लिए फायदेमंद भी माना जाता है. हालांकि विष्णु पुराण के अनुसार, व्यक्ति को नग्न होकर नहीं सोना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से चंद्र देव का अपमान होता है. कहा जाता है कि रात में पितृ भी परिजनों से मिलने के लिए आते हैं और उन्हें नग्न अवस्था में देखकर उन्हें दुख होता है. इसके अलावा रात में नग्न होकर सोने से नकारात्मक शक्तियां आप पर हावी हो सकती हैं. यह भी पढ़ें: पार्टनर के साथ सोना है सेहत के लिए लाभदायक, कहीं आप इन फायदों से अंजान तो नहीं

विष्णु पुराण के अनुसार, इन कामों को गलती से भी मनुष्य को निर्वस्त्र होकर नहीं करना चाहिए. अन्यथा उन्हें इसके लिए भयंकर परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसके अलावा इस लेख में बताए गए टिप्स  पूरी तरह कारगर होंगे या नहीं इसका भी हम कोई दावा नहीं करते हैं.

Share Now

\