Dengue Fever: डेंगू को हलके से न लें, जानलेवा साबित हो सकता है! जानें इसके लक्षण और बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय!
बरसात के आगमन के साथ ही डेंगू के संक्रमण अपने पैर फैलाने लगते हैं. तेज से बुखार से शुरू होने वाला डेंगू खतरनाक हो सकता है. कभी-कभी सही अथवा समय पर इलाज नहीं करवाने से यह जानलेवा भी साबित हो सकता है. वस्तुतः डेंगू एडीज एजिप्टी नामक मच्छरों के काटने से होता है, जो डेंगू वायरस लेकर आते हैं.
बरसात के आगमन के साथ ही डेंगू के संक्रमण अपने पैर फैलाने लगते हैं. तेज से बुखार से शुरू होने वाला डेंगू खतरनाक हो सकता है. कभी-कभी सही अथवा समय पर इलाज नहीं करवाने से यह जानलेवा भी साबित हो सकता है. वस्तुतः डेंगू एडीज एजिप्टी नामक मच्छरों के काटने से होता है, जो डेंगू वायरस लेकर आते हैं. डेंगू वायरस में चार विभिन्न सीरोटाइप शामिल होते हैं, यह फ्लेवीवायरिडी परिवार का हिस्सा होता है. संक्रमित मच्छर द्वारा काटने पर वायरस रक्तांश (bloodstream) में प्रवेश करता है, और डेंगू के लक्षणों का कारण बनता है. मच्छर के काटने से यह मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है, साथ ही थूकने वाले ग्रंथियों में भी फैल जाता है, और दूसरों को संक्रमित करता है. यह भी पढ़ें : Dengue: दिमाग और नर्वस सिस्टम को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है डेंगू; बेहद खतरनाक है यह स्थिति
डेंगू बुखार के सामान्य लक्षण
अचानक तेज बुखार
तेज सिरदर्द
जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
आँखों के पिछले हिस्से में दर्द
लिम्फ ग्रंथियों में सूजन
जी मिचलाना
उल्टी महसूस करना
खुजली
अत्यधिक थकान महसूस होना
अगर किसी व्यक्ति विशेष में उपरोक्त लक्षण दिखते हैं, तो उसे तत्काल चिकित्सक से सलाह मशविरा कर उपयुक्त इलाज शुरू करवा देना चाहिए. किंचित लापरवाही घातक और कभी-कभी जानलेवा भी साबित हो सकती है. चिकित्सकों के अनुसार मजबूत इम्यूनिटी वाले व्यक्ति डेंगू बुखार से एक सप्ताह से 10 दिनों के भीतर स्वस्थ हो जाते हैं, लेकिन कमजोर इम्युनिटी वाले मरीजों में ये लक्षण बिगड़ सकते हैं. इसलिए विलंब उचित नहीं है.
निम्न उपाय अमल में लाकर डेंगू से बचा जा सकता है.
स्वास्थ्य संरक्षण: तेज बुखार, बदन दर्द, डिहाइड्रेशन डेंगू के मुख्य लक्षणों में शामिल हैं. ऐसी स्थिति दिखने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें, और उचित इलाज करवाएं.
जलजमाव रोकें: डेंगू संक्रमण वाले एडीज एजिप्टी मच्छर ज्यादातर जमे हुए पानी में शरण लेते हैं और पनपते हैं. जहां भी जलजमाव की संभावनाएं हैं, उन्हें सुखाएं. गमलों में अथवा कबूतर को पिलाने वाले पानी निरंतर बदलते रहें. इसके अलावा मेनहोल, सेप्टिक टैंक, नालियों आदि पर एंटी मास्क्यूटो द्रव्य का छिड़काव करें.
शरीर के कवर करनेवाले वस्त्र: बरसात प्रारंभ होने के साथ ही त्वचा को ज्यादा से ज्यादा ढकने वाला वस्त्र मसलन फुल बांह वाली शर्ट, पूरे पैर ढकने वाले पैंट एवं पायजामे. घुटनों तक ढकने वाले मोजे का इस्तेमाल करें. शरीर ढके होंगे तो मच्छरों से अच्छी सुरक्षा होगी.
स्थानीय समुदाय सहयोग: अगर आपके निवास स्थल के आसपास डेंगू के एक या अधिक केस आते हैं, तो स्थानीय अधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग से संपर्क स्थापित करें, उन्हें अपने क्षेत्र की यथास्थिति बताएं और इसके बाद उनके दिशा निर्देशों का स्वयं पालन करें और दूसरों से भी ऐसा करने को कहें.
स्वास्थ्य बढ़ावा: डेंगू से सुरक्षा के लिए फास्ट फूड के बजाय घर का बना पौष्टिक भोजन का सेवन करें. ज्यादा से ज्यादा और स्वच्छ पानी पीएं. इसके साथ आसपास के क्षेत्र की साफ-सफाई का ध्यान रखें.
पीक एक्टिविटी से बचें: सुबह जल्दी और दोपहर के दौरान बाहरी गतिविधियों को सीमित करें, क्योंकि डेंगू मच्छर इसी समय सबसे ज्यादा सक्रिय रहते हैं.
उपरोक्त सावधानियां अधिकतर डेंगू संक्रमण से बचाव में मददगार भूमिका निभाती है. इन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करें, साथ ही खुद के साथ दूसरों से भी उपरोक्त सावधानियां बरतने के लिए प्रोत्साहित करें.