Coronavirus Outbreak: दुनिया भर में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. संक्रमित लोगों की संख्या के साथ मरने वालों की संख्या में भी इज़ाफा हो रहा है. अभी कई देशो में लॉकडाउन की स्थिति है और लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि यह सब कब खत्म होगा. आपको बता दें कि अभी दुनिया भर में कोरोना वायरस के 5 लाख से ज्यादा पॉजिटिव केस हैं और इससे 24 हज़ार लोगों की जान भी जा चुकी है. वहीं भारत में 724 कंफर्म केस हैं, जिसमें से 45 ठीक हो चुके हैं और 17 की मौत हो चुकी है. यह सब देखकर लोगों में दहशत का माहौल है. ऐसे में व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आने वाली खबरें लोगों को और कंफ्यूज़ कर देती हैं. सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस के कई लक्षण और दवाइयां बताई जा रही हैं, जो बुल्किल फर्ज़ी हैं. ऐसे में एक दवाई आई-ब्रूफेन (Ibuprofen) का ज़िक्र होता है, जिसे बुखार ठीक करने में कारगार माना जाता है. जानिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस बारे में क्या कहता है.
क्या आई-ब्रूफेन के साइड-इफेक्ट्स हैं? (Can Ibuprofen Have Side Effects?)
अभी तक की जानकारी के मुताबिक, WHO ने आई-ब्रूफेन के प्रयोग के खिलाफ कुछ नहीं कहा है. अभी तक कोरोना वायरस में आई-ब्रूफेन के प्रयोग के कोई साइड-इफेक्ट का रिपोर्ट सामने नहीं आया है. हालांकि डॉक्टर से बिना पूछे कोई भी दवा नहीं खानी चाहिए और अत्यधिक मात्रा में भी किसी भी दवाई का सेवन नहीं करना चाहिए.
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क्या कहती है स्टडी ? (What Do the Studies Claim?)
The Lancet में आई एक अध्ययन के मुताबिक, आई-ब्रूफेन में कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो वायरस को कोशिकाओं तक पहुंचाते हैं, जिससे संक्रमण बढ़ने का खतरा रहता है. इस अध्ययन के सामने आने के बाद बाद फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ने भी चेतावनी दी थी कि COVID-19 के संभावित मरीज इस दवा का इस्तेमाल ना करें. आमतौर पर इस दवा का प्रयोग लोग बुखार, दर्द या सूजन में करते हैं. हालांकि यह अध्ययन कुछ लैब में किए गए थ्योरी पर आधारित थी. इस समय आई-ब्रूफेन का प्रयोग करने में कोई खतरा नहीं है.