1st January Surya Puja 2023: सूर्य नारायण को समर्पित नये साल 2023 में ऐसे करें सूर्योपासना! हर मनोकामनाएं होंगी पूरी!

इस बार नये साल 2023 की शुरुआत एवं अंत रविवार को हो रही है, जोकि भगवान सूर्य देव की पूजा के लिए समर्पित माना जाता है. इसलिए इस दिन सूर्य देव की पूजा-उपासना करने से पूरे साल शुभता बनी रहेगी.

Surya Puja ( photo credit : Wikimedia Commons)

इस बार नये साल 2023 की शुरुआत एवं अंत रविवार को हो रही है, जोकि भगवान सूर्य देव की पूजा के लिए समर्पित माना जाता है. इसलिए इस दिन सूर्य देव की पूजा-उपासना करने से पूरे साल शुभता बनी रहेगी.

इस बार नये वर्ष 2023 का प्रारंभ और अंत रविवार के दिन हो रहा है. हिंदू धर्म शास्त्रों में रविवार भगवान भास्कर यानी सूर्यदेव को समर्पित दिन माना गया है. ब्रह्माण्ड में भगवान सूर्य अकेले साक्षात देव हैं. कहते हैं नये साल का पहला दिन अच्छा गुजरता है तो पूरे साल सुख-समृद्धी बनी रहती है. इसलिए हमें नये साल के पहले दिन सूर्य देव की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. इस संदर्भ में ज्योतिष शास्त्री पंडित सुनील दवे का कहना है कि नये साल के पहले दिन गंगा स्नान-दान के साथ सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए. सूर्य उपासना से नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है, शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक समस्याओं का निदान होता है, एवं पूरे साल घर, परिवार एवं नौकरी-व्यवसाय में शुभता बनी रहती है, जानें किस कामना के लिए किस सूर्य मंत्र का जाप करना चाहिए.

ऐसे करें सूर्य उपासना

सूर्य को अर्घ्य देने के लिए हमेशा ताम्र पात्र का प्रयोग करना चाहिए. ताम्र पात्र में खाली जल के बजाय चावल के साथ एवं लाल पुष्प, लाल चंदन अथवा रोली डालकर सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए. अर्घ्य देते समय जल की धार में सूर्य के प्रतिबिंब पर नजर रखना चाहिए. अर्घ्य देते समय सूर्य-मंत्र जपते रहना चाहिए.

ॐ सूर्याय नम:

यूं तो सूर्य को अर्घ्य हर दिन देना चाहिए, अगर किसी वजह से प्रतिदिन नहीं तो रविवार की सुबह स्नानादि के बाद सर्वप्रथम सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही कोई अन्य काम शुरू करना चाहिए.

आइये जानें कि किस सूर्य-मंत्र से क्या मनोकामनाएं पूरी हो सकती है.

व्यवसाय में सफलता के लिएः अगर आप व्यवसाय करते हैं तो प्रतिदिन सुबह स्नानादि के पश्चात सूर्य को अर्घ्य देते समय नीचे अंकित दो मंत्रों में से किसी एक मंत्र का 11 बार जाप अवश्य करें. ऐसा करने से व्यापार में आय के साथ मान-सम्मान भी प्राप्त होता है.

ॐ भास्कराय पुत्रं देहि महातेजसे। धीमहि तन्नः सूर्य प्रचोदयात्।

ॐ घृणिः सूर्य आदिव्योम

रोग मुक्ति के लिएः अगर घर में निरंतर कोई बीमार रहता है तो घर के मुखिया को निम्न मंत्र का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से सूर्य देव की कृपा से अमुक रोग से मुक्ति मिलती है.

नमः सूर्याय शान्ताय सर्वरोग निवारिणे आयुररोग्य मैस्वैर्यं देहि देवः जगत्पते

संतान प्राप्ति के लिएः निसंतान दम्पत्तियों को प्रत्येक रविवार के दिन सुबह स्नानादि के पश्चात ताम्र पात्र में जल भरकर इसमें लाल फूल एवं अक्षत डालकर सूर्य को अर्घ्य दें, साथ ही निम्न मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए. ऐसा करने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त हो सकती है.

ॐ भास्कराय पुत्रं देहि महातेजसे। धीमहि तन्नः सूर्य प्रचोदयात्।

धन-संपदा के लिएः आर्थिक समस्याओं से मुक्ति पाना चाहते हैं, एवं और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा हासिल करना चाहते हैं तो प्रत्येक रविवार के दिन सूर्य को अर्घ्य देने के साथ सूर्य की तरफ मुख करके शुद्ध घी का दीप प्रज्वलित करें और निम्न मंत्र का जाप करें.

जपाकुसुम संकाशं काश्यपेयं महाद्युतिम। तमोअरिं सर्वपापघ्नं प्रणतोअस्मि दिवाकरम।

ऐसा करने से आप पर भाग्य लक्ष्मी की कृपा बरस सकती है.

Share Now

\