मेरठ: भारत में युवाओं में दिल का दौरा बढ़ने की खबरें किसी बुरे सपने से कम नहीं हैं. हाल ही में, मेरठ में क्रिकेट खेलते हुए एक 36 वर्षीय व्यक्ति की हार्ट अटैक से हुई मौत इस दुखद हकीकत को उजागर करती है. यह घटना सिर्फ एक उदाहरण है, ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं जहां युवा असामयिक रूप से हृदय रोग का शिकार हो रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के मेरठ में रविवार को एक दुखद घटना में एक युवक की क्रिकेट खेलते के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई. मृतक की पहचान ब्रह्मपुरी, इंदिरा नगर के 36 वर्षीय निवासी दुष्यंत वर्मा के रूप में हुई है. वह गांधी बाग क्रिकेट एकेडमी ग्राउंड में ओल्ड गन और वर्जेस ब्लास्टर टीमों के बीच हुए एक अतिथि मैच में भाग ले रहे थे. Sudden Death: कार चला रहे शख्स की हार्ट अटैक से मौत, दूसरी गाड़ी को मारी टक्कर, 5 मिनट में थम गई सांसें
दुष्यंत वर्मा अपनी टीम की ओर से ओपनिंग करने आए थे, चार ओवरों की बैटिंग करने के बाद उनके सीने मे अचानक दर्द उठा, जिसके बाद वो अचानक गिर गए. दुष्यंत के दोस्त तुरंत उनको अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई. डॉक्टरो ने सीने के दर्द की वजह हार्ट अटैक बताई. युवा दुष्यंत की अचानक हुई मौत से उनके दोस्त सहमे हुए हैं, जबकि दुष्यंत के परिवार में कोहराम मच हुआ है. Sudden Death: क्यों बेवफा हो रही दिल की धड़कने? Heart Attack का शिकार हो रहें युवा, एक झटके में हो रही मौत
वर्मा, जो ओल्ड गन के लिए बल्लेबाजी खोल रहे थे, 4.2 ओवर तक क्रीज पर थे, जब उन्हें अचानक सीने में दर्द हुआ और वह मैदान पर गिर पड़े. उनके साथी खिलाड़ी तुरंत उन्हें मेट्रो अस्पताल ले गए. तत्काल चिकित्सा सहायता के बावजूद, इलाज के दौरान वर्मा की मौत हो गई. वर्मा के असामयिक निधन से उनके परिवार और दोस्तों में शोक की लहर दौड़ गई है. घटना को लेकर कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है. घटना ने एक बार फिर से युवाओं में हृदय रोग के बढ़ते जोखिम पर प्रकाश डाला है. Sudden Death: डांस करते-करते युवक की हुई मौत, हार्ट अटैक के चलते पलभर में निकल गए प्राण
कम उम्र में हार्ट अटैक क्यों ?
कम उम्र में होने वाले हार्ट अटैक के मामले भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं, जो चिंता का विषय है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इस हार्टब्रेक का कारण क्या है, और हम अपने युवाओं के दिलों को बचाने के लिए क्या कर सकते हैं? पहले ये माना जाता था कि हार्ट अटैक बुजुर्गों का रोग है, लेकिन अब इसकी शिकार युवा पीढ़ी भी हो रही है.