योग गुरु बाबा रामदेव का विवादित बयान, कहा जो 2 से ज्यादा बच्चे पैदा करे उसे न दी जाए वोटिंग का अधिकार
बाबा रामदेव (Photo Credits: IANS)

देहरादून: कुछ अन्य नेताओं के साथ-साथ योग गुरु बाबा रामदेव भी कभी- कभी विवादित बयान दे देतें है. हरिद्वार में आयोजित ज्ञानकुंभ के कार्यक्रम के दौरान बाबा रामदेव ने विवादित बयान देते हुए कहा कि इस देश में जो मेरी तरह विवाह न करे, उनका विशेष तौर से सम्मान होना चाहिए. वहीं अपने इस बयान पर वे यहां ही नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि लोग विवाह करे और अगर 2 से ज्यादा बच्चे पैदा करतें है तो उन्हें वोट देने का अधिकार नहीं दी जानी चाहिए.

वहीं आगे फिर उन्होंने कहा कि जो फिर भी दस बच्चे पैदा करे, वह उनमें से एक बच्चा मुझे दे दे. योग गुरु बाबा रामदेव के इस विवादित बयान के बाद राजनीतिक पार्टियों के बीच चर्चा शुरू हो गई है. कुछ लोग बाबा रामदेव के बयान को सही ठहरा रहें है तो कुछ लोग इसका विरोध कर रहें है. यह भी पढ़े: पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम को लेकर बाबा राम देव का बयान- कहा टैक्स में छूट मिले तो दे सकता हूं 35 से 40 रुपये में तेल

राम जन्म भूमि पर राम का मंदिर नहीं बनेगा तो किसका मंदिर बनेगा- बाबा रामदेव

बता दें कि हरिद्वार में ज्ञानकुंभ का आज दूसरा दिन है इसके पहले शनिवार को उन्होंने राम मंदिर को लेकर भी एक बड़ा बयान दिया था. बाबा रामदेव का कहना था कि राम मंदिर लोगों की आस्था का मामला है. इसलिए अयोध्या में जल्द ही राम मंदिर का निर्माण शुरू होना चाहिए. यदि राम मंदिर के संबंध में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने में देरी होती है तो इसके लिए संसद में इसका बिल लाया जाना चाहिए. उन्होंने अपने बयान के दौरान यह भी कहा था कि राम जन्म भूमि पर यदि राम का मंदिर नहीं बनेगा तो किसका मंदिर बनेगा. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राम मंदिर लोगों के आस्था का सवाल है. इसलिए अब राम मंदिर बनाने में देर नहीं की जानी चाहिए. यह भी पढ़े: Video : पहले बाबा रामदेव संग नाचे थे रणवीर सिंह, अब सदगुरु जग्गी वासुदेव के साथ लगाए ठुमके

वहीं बाबा रामदेव ने संसद के बारे में कहा कि संसद लोकतंत्र में सर्वोपरी है और यदि संसद चाहेगी तो राम मंदिर बनाने का रास्ता निकल ही जाएगा. मीडिया से अपने संवाद के दौरान उन्होंने हरिद्वार में आयोजित दो दिवसीय ज्ञानकुंभ कार्यक्रम के बारे में कहा कि ज्ञान से ही भारत विश्वगुरु और महाशक्ति बनेगा. इससे भारत को महाशक्ति बनाने में बड़ी गति मिलेगी. शिक्षा को हम प्रगति के शिखर पर ले जाएंगे

गौरतलब ही कि पतंजलि योगपीठ में देश का पहला दो दिवसीय ज्ञानकुंभ का आयोजन हो रहा है. इस कार्यक्रम का राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को उद्घाटन किया था. इस आयोजन में करीब 2 हजार से ज्यादा शिक्षाविद् समेत करीब 5 हजार लोग भाग ले रहे हैं. वहीं ज्ञानकुंभ के इस कार्यक्रम में करीब 10 राज्यों के शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव, कई विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलसचिव के साथ ही 5 सौ से ज्यादा महाविद्यालयों के प्राचार्य, करीब 3 सौ शोधार्थी और सैकड़ों की संख्या में टॉपर छात्र-छात्राएं ज्ञानकुंभ में शामिल हो रहे हैं. ज्ञात हो कि आज ज्ञानकुंभ कार्यक्रम का आखिरी दिन है