मां ने कलंकित किया रिश्ता, ट्रेन के टॉयलेट में नवजात को कर दिया फ्लश, 12 घंटे तक फंसे रहने के बाद..

जाको राखे साईंया मार सके न कोय! यह मशहूर कहावत एक बार फिर सच साबित हुई है. दरअसल एक नवजात बच्चा टॉयलेट में 12 घंटे से ज्यादा समय तक फंसे रहने के बावजूद भी जिंदा बच गया.

टॉयलेट में नवजात को फ्लश करके चली गई मां (Photo Credits: Pixabay)

अमृतसर: जाको राखे साईंया मार सके न कोय! यह मशहूर कहावत एक बार फिर सच साबित हुई है. दरअसल एक नवजात (Newborn) बच्चा टॉयलेट में 12 घंटे से ज्यादा समय तक फंसे रहने के बावजूद भी जिंदा बच गया. इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली यह घटना अमृतसर रेलवे स्टेशन पर हुई है. दरअसल स्टेशन परिसर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक सफाई कर्मचारी को हावड़ा मेल (Howrah Mail) के टॉयलेट के फ्लश में फंसा हुआ नवजात बच्चा दिखा.

मां शब्द की ममता को कलंकित करने का यह वाकिया शनिवार को हावड़ा-अमृतसर मेल में हुआ. जानकारी के मुताबिक एक सफाई कर्मचारी को ट्रेन के एसी कोच बी-3 के टॉयलेट से बच्चा मिला. जिसकी उम्र महज एक दिन होने की आशंका जताई जा रही है. पुलिस मामला दर्ज कर बच्चे की मां की तलाश कर रही है. इस घटना में प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि जैसे महिला ने बच्चे को जन्म के बाद मारने के लिए टॉयलेट सीट में छोड़ दिया था. लेकिन वह नीचे नहीं गिरा.

सफाई कर्मचारी के मुताबिक शनिवार को लगभग 2.30 बजे ट्रेन के एसी कंपार्टमेंट के टॉयलेट में फ्लश किया हुआ बच्चा मिला. दुपट्टे का एक हिस्सा टॉयलेट के बाहर लटक रहा था, जबकि दूसरा हिस्सा बच्चे की गर्दन में बंधा हुआ था. किसी तरह से बच्चे को बाहर निकाला गया और उसे अमृतसर के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल बच्चा खतरे से बाहर बताया जाता है.

यह भी पढ़े- शर्मनाक!! नवजात को बाल्टी में रखकर कूड़ाघर के पास फेंका, देख हुई आंखें नम

हॉस्पिटल के एक डॉक्टर के मुताबिक जब बच्चे को भर्ती कराया गया तब वह ठंड के कारण कांप रहा था. बच्चे को सबसे पहले साफ करके हीटर में रखा गया जिससे उसे गर्मी मिल सके. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बच्चे का इलाज चार विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम कर रही है.

Share Now

\