दिल्ली से पुणे जाने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में एक डॉक्टर ने केबिन क्रू और कुछ यात्रियों के साथ मिलकर एक महिला की जान बचाई. महिला को पिछले सप्ताह फ्लाइट में दिल का दौरा पड़ा था. डॉक्टर ने सही समय पर उपचार देकर महिला यात्री की जान बचाई. यह फ्लाइट 17 मार्च को सुबह लगभग 4 बजे दिल्ली से रवाना हुई थी और इसे 6.10 पर पुणे पहुंचना था. Rajasthan: अजमेर जिले में लोकसभा चुनाव के प्रशिक्षण के दौरान Heart Attack से पीठासीन अधिकारी की मौत.
इस फ्लाइट में महिला यात्री को दिल का दौरा पड़ा. गनीमत यह रही की यात्रियों में भुवनेश्वर के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के एक डॉक्टर और कार्डियक एनेस्थीसिया के एक वरिष्ठ सलाहकार भी शामिल थे.
डॉक्टर ने कहा कि सुबह लगभग 5:15 बजे, एक केबिन क्रू सदस्य ने एक चिकित्सा आपात स्थिति के बारे में सचेत किया और पूछा कि क्या जहाज पर कोई डॉक्टर या पैरामेडिक है. उन्होंने तुरंत प्रतिक्रिया दी और चालक दल के सदस्य ने उन्हें महिला की सीट तक पहुंचाया. उसे ट्रे टेबल पर झुकते हुए, सांस लेने के लिए संघर्ष करते हुए देखकर उसे तुरंत CPR दिया.
डॉक्टर ने बताया कि सीमित समय सीमा के भीतर उस पर कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) करना काफी कठिन था. केबिन क्रू की मदद से डॉक्टर ने महिला को सीपीआर दिया. केबिन क्रू ने महिला के पैर उठाए और उसके सिर को भी सहारा दिया. इस मुश्किल घड़ी में अन्य यात्री भी मदद के लिए आगे आए.
डॉक्टर ने बताया कि महिला को साथी यात्रियों की मदद से सावधानीपूर्वक एक सीट से दूसरी सीट पर शिफ्ट किया गया. अन्य यात्रियों की मदद के बिना, उसे हिलाना असंभव होता. उन्होंने बताया की महिला की प्लस असामान्य रूप से तेज़ थी. तमाम कोशिशों के बाद वह धीरे-धीरे आंशिक रूप से होश में आ गई और अंततः उसकी पल्स सामान्य हो गई और महिला की जान बच गई.