उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर (Bulandshahr) में गोकशी के शक में भीड़ की हिंसा ने पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की जान चली गई. सुबोध कुमार की मौत की खबर से उनका पूरा सदमे में है. अपने पति की मौत पर सुबोध कुमार की पत्नी रजनी ने बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि सुबोध को साजिश का शिकार बनाया गया है और उन्हें पहले से धमकियां दी जा रही थी. सुबोध उनसे भी कई-कई दिन तक बाहर निकलने से मना कर देते थे क्योंकि उन्हें परिवार के लिए भी धमकी दी जा रही थी. ये पहला मौका नहीं था, दो बार पहले भी वो गोली से घायल हुए थे. पर अब कोई उन्हें न्याय नहीं दिला रहा है. न्याय तभी होगा जब उनके कातिलों को मारा जाएगा.
इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की हत्या यानी भीड़ की हिंसा के मामले में योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया गया है. बता दें कि स्याना के स्टेशन हाउस ऑफिसर, जिन्होंने 2015 में गौहत्या से संबंधित दादरी हत्या मामले में एक मुस्लिम शख्स को निशाना बनाए जाने की जांच की थी भीड़ ने उन्हें सामने से गोली मार दी. बुलंदशहर में तनावपूर्ण स्थिति के चलते बड़े पैमाने पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है. यह भी पढ़ें- बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के बेटे ने कहा- मेरे पिता की जान हिंदू-मुस्लिम के झगड़े ने ले ली
Wife of Policeman Subodh Singh: He worked with utter honesty & took all the responsibility on himself. This is not the first incident, he had bullet injury twice before. But now nobody is giving him justice. Justice will be done only if his killers are killed. #Bulandshahar pic.twitter.com/YaMQ1eR26m
— ANI UP (@ANINewsUP) December 4, 2018
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के शक में हुए बवाल स्याना थाने के इंस्पेक्टर की मौत हो गई. हत्या के बाद इलाके में तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए कई जिलों की पुलिस, पीएसी और आरएएफ को बुला लिया गया है. बुलंदशहर हिंसा में तनाव के मद्देनजर जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच एडीजी इंटेलीजेंस को सौंपी है जो 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट देंगे. इसके साथ ही मेरठ रेंज के महानिरीक्षक की अध्यक्षता में एक एसआईटी का भी गठन किया है. मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले पर दुख व्यक्त किया है.