बुलंदशहर (Bulandshahr) जिले में दिसंबर 2018 में मॉब लिंचिंग में मारे गए पुलिस अधिकारी की पत्नी ने बुधवार को घटना के मुख्य आरोपी को मिली जमानत के बाद उससे अपनी जान को खतरा बताया है. शहीद पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की पत्नी रजनी सिंह ने कहा मामले के मुख्य आरोपी सहित 33 आरोपियों को जमानत दे दी गई है.
कानून व्यवस्था ने ऐसा कर मुझे बहुत निराश किया है. मुझे ऐसा महसूस हो रहा है कि वे मुझे भी मार देंगे. यह बेहतर ही होगा. तब न कोई शिकायत करने वाला होगा, न सुनने वाला होगा. ज्ञात हो कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह एक गांव के जंगल के पास 25 गायों का शव मिलने के बाद हिंसक गांववालों को शांत कराने गए थे, तभी करीब 400 लोगों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था, जिसमें उनकी जान चली गई थी.
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पुलिस ने बताया था कि एक व्यक्ति ने उनके हाथों की दो उंगलियों को कुल्हाड़ी से काट डाला था, वहीं एक अन्य ने उनके सिर पर हमला किया था और दूसरे व्यक्ति ने उन्हें गोली मार दी थी.
कथित तौर पर हिंसा भड़काने के आरोप में अगस्त में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें अब जमानत मिल गई है. वहीं बुधवार को पुलिस अधिकारी की हत्या के पांच आरोपियों में से एक आरोपी योगेश राज को जमानत पर रिहा कर दिया गया है.
रजनी सिंह ने कहा, "यदि ऐसे लोगों को न्याय नहीं मिलेगा तो फिर किसे मिलेगा? यदि देश के लिए जान देने वालों को न्याय नहीं दिया जाएगा तो किसे दिया जाएगा?" शहीद पुलिस अधिकारी के परिजनों की मांग है कि आरोपी को मिले जमानत को रद्द किया जाए. उन्होंने अगस्त में भी यही मांग की थी, जब लोगों के पहले जत्थे को जमानत दे दी गई थी.