बुलंदशहर हिंसा मामले में शिखर अग्रवाल को पुलिस ने किया गिरफ्तार, इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का है आरोप
बुलंदशहर हिंसा का आरोपी शिखर अग्रवाल गिरफ्तार (Photo credit: ANI)

Bulandshahr violence: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर (Bulandshahr) में भड़की हिंसा (violence) के करीब एक महीने बाद पुलिस (Police) को बड़ी कामयाबी मिली है और पुलिस ने हिंसा के मुख्य आरोपी शिखर अग्रवाल (Shikhar Agrawal)को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी शिखर अग्रवाल की गिरफ्तार हिंसा के एक महीने बाद हापुड़ से हुई है. बता दें कि 3 दिसंबर 2018 को बुलंदशहर में कथित गौ हत्या की घटना को लेकर हिंसा भड़की थी. इस हिंसा के दौरान पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की हत्या कर दी गई थी और आरोपी शिखर अग्रवाल पर उनकी हत्या का आरोप है.

दरअसल, बुलंदशहर में भड़की इस हिंसा के बाद इसका एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें आरोपी खुद को बेगुनाह बताने की कोशिश कर रहा था और उसे वीडियो में सुबोध कुमार सिंह के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए भी देखा गया था.

हिंसा के बाद आए इस वीडियो में आरोपी यह कहते हुए नजर आ रहा है कि मेरा ही नाम शिखर अग्रवाल है और मैं बीजेपी युवा मोर्चा का नगर अध्यक्ष हूं. इसके साथ ही उसने वीडियो में कहा है कि पुलिस और मीडिया ने हिंसा की इस घटना को तोड़-मरोड़कर पेश किया है. यह भी पढ़ें: बुलंदशहर हिंसा: 23 दिन बाद मुख्य आरोपी पुलिस की नाक के नीचे से पहुंचा कोर्ट, कहा -संपत्ति कुर्की मामले में तीन हफ्ते में दायर करेगा हलफनामा

इसके साथ उसने कहा कि वो ऐसी पार्टियों का समर्थन करता है जो देश में गाय, गंगा और गायत्री को स्थापित करना चाहती हैं. इंस्पेक्टर की हत्या और हिंसा का मुख्य आरोपी यह दलील देते हुए नजर आ रहा है कि मैं जा रहा था, तभी मैंने देखा कि गाय के अवशेष पड़े हैं और उन्हें ट्रॉली में लेकर चौकी जाया जा रहा था, तभी इंस्पेक्टर सुबोध सिंह ने रोका.

बता दें कि तीन दिसंबर को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के बाद हिंसा भड़की थी. इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और एक स्थानीय नागरिक की मौत हुई थी. पुलिस की जांच में ऐसा कहा जा रहा है कि इस हिंसा को भड़काने के पीछे मुख्य आरोपी बजरंग दल का योगेश राज और बीजेपी युवा मोर्चा का शिखर अग्रवाल का मुख्य रूप से हाथ है. इन्ही दोनों आरोपियों के षड्यंत्र के चलते बुलंदशहर में हिंसा भड़की. जिसके चलते इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को अपनी जान गवानी पड़ी.