
मुंबई, महाराष्ट्र: आपने देखा होगा की कई ट्रैवल ब्लॉगर भारत में आते है और यहां के सस्ते होटलों में रहते है और ज्यादातर ये लोग झोपड़पट्टियों में ही रहते है और सड़क के किनारें लगी दुकानों का ही खाना खाते है. अब मुंबई में ही रह रही ऑस्ट्रेलियाई महिला प्रोडूसर ने इसको लेकर इनपर निशाना साधा है.मुंबई में रह रहीं ऑस्ट्रेलियाई पॉडकास्ट प्रोड्यूसर ब्री स्टील ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए सवाल उठाया कि विदेशी पर्यटक भारत जैसे देश में आते हैं लेकिन खर्च करने से कतराते हैं, जबकि उनकी आमदनी काफी अच्छी होती है. वे बेहद सस्ते होटल में ठहरते हैं, लंबी ट्रेन यात्राएं करते हैं और छोटी-छोटी चीज़ों पर मोलभाव करते हैं.
स्टील ने ये वीडियो उनके इंस्टाग्राम हैंडल से शेयर किया है. जिसमें उन्होंने काफी सारे मुद्दे उठाएं है. ये भी पढ़े:Viral Video: ऐसे लोगों के कारण देश का नाम होता है खराब, रिक्शा चालक ने विदेशी पर्यटक से मांगे 1500 रूपए, सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्सा
ऑस्ट्रेलियाई पॉडकास्ट प्रोड्यूसर ने विदेशियों पर उठाएं सवाल
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अनुभव लेने के लिए असुविधा झेलते है?
ब्री ने अपने वीडियो में कहा, 'कई लोग भारत में ‘सच्चा अनुभव’ पाने के नाम पर खुद को तकलीफ देते हैं. वे वही सहूलियतें नहीं लेते, जो किसी और देश में लेते.भारत में मिड-रेंज होटल और आरामदायक सुविधाएं भी हैं , तो फिर तकलीफ क्यों?
भारत केवल झुग्गी या भीड़ तक सीमित नहीं है
ब्री ने साफ कहा कि भारत को सिर्फ झोपड़पट्टियों, भीड़भरे रेलवे स्टेशनों और फूड पॉइजनिंग तक सीमित दिखाना गलत है. उन्होंने कहा कि देश में हर वर्ग और रुचि के ट्रैवलर्स के लिए कुछ ना कुछ मौजूद है , फिर चाहे वह सोलो ट्रैवलर हो, परिवार के साथ घूमने वाला हो या कोई बैकपैकर,
सोशल मीडिया पर मिला जबरदस्त समर्थन
ब्री के इस वीडियो को देखकर कई भारतीय यूजर्स ने उनका समर्थन किया. एक यूजर ने लिखा, एकदम सही कहा! हमेशा भारत की नकारात्मक छवि दिखाकर ही व्यूज बटोरने की कोशिश होती है.वहीं दूसरे यूजर ने कहा, 'धन्यवाद, आपने सही बात बोली. अब ऐसे वीडियो देखकर थक चुके हैं जिनमें भारत को बुरा दिखाया जाता है. हर अनुभव आपकी पसंद पर निर्भर करता है.
भारत में 'सस्ती यात्रा' ही क्यों बनती है विदेशियों की प्राथमिकता?
ब्री का यह वीडियो इस बहस को भी जन्म देता है कि क्या भारत को केवल 'बजट ट्रैवल डेस्टिनेशन'के रूप में देखना सही है? जब एक ही व्यक्ति यूरोप या ऑस्ट्रेलिया में महंगे होटल्स और फ्लाइट्स से यात्रा करता है, तो भारत में ही 'किफायत' का दिखावा क्यों?