सूरजपुर जिले के भेड़िया गांव से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां एक युवक को करैत सांप ने काट लिया, जिसके बाद उसने सांप के सिर का एक हिस्सा चबा डाला. इसके बाद उस युवक कुछ ही देर में मौत हो गई.
यह घटना सुनकर सभी हैरान हैं. ऐसा माना जा रहा है कि युवक ने यह घातक कदम ग्रामीण इलाकों में प्रचलित एक गलत धारणा के कारण उठाया. ग्रामीण क्षेत्रों में यह मान्यता है कि अगर सांप काट ले तो सांप को पकड़कर उसे भी काट दिया जाए तो सांप के जहर का असर नहीं होता.
प्रतापुर विकासखंड के भेड़िया गांव निवासी कोमा नेताम (32) रात में घर के अंदर सो रहा था. गर्मी के चलते वह देर रात घर के आँगन में बिछाई गद्दी पर सो गया. अचानक, उसकी चीख सुनकर परिवार के सदस्य वहां पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मृतक के पास एक करैत सांप पड़ा हुआ था. सांप के सिर का एक हिस्सा गायब था. परिवार वाले भी हैरान रह गए. युवक ने बताया कि सांप ने उसे काट लिया था, इसलिए उसने सांप के सिर का एक हिस्सा कुतर डाला. जहां सांप ने उसे काट लिया था, वहां उसने ब्लेड से चीरा भी लगाकर खून निकालने की कोशिश की, ताकि जहर शरीर में न फैले. अस्पताल ले जाने से पहले ही घर पर ही उसकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम के दौरान भी परिवार वाले मृत सांप को साथ लाए थे.
गौरतलब है कि उत्तर छत्तीसगढ़ में गर्मी और शुरुआती बारिश के दौरान सांप काटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं. जमीन पर सोने वाले लोग सांप काटने के ज़्यादा शिकार होते हैं. यह घटना हमें एक बार फिर याद दिलाती है कि अंधविश्वास जानलेवा हो सकता है. सांप काटने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना ही उचित उपाय है.