कोलकाता, 31 मई : पश्चिम बंगाल में जादवपुर लोकसभा क्षेत्र के भांगर इलाके में शुक्रवार को चुनाव से पहले हिंसा भड़क उठी. इसमें कम से कम दस लोगों के घायल होने की खबर है. जादवपुर में शनिवार को लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में मतदान होना है. भांगर में शुक्रवार सुबह से ही स्थानीय तृणमूल कांग्रेस और ऑल इंडिया सेक्युलर फ्रंट (एआईएसएफ) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें आ रही हैं. दोनों समूहों ने एक-दूसरे पर देसी बम फेंके. स्थानीय पुलिस सूत्रों ने बताया कि झड़प में दस लोग घायल हुए हैं.
पुलिस ने बताया कि गुरुवार सुबह के तनाव के बाद से वहां हिंसा हुई है. बुधवार दोपहर जादवपुर से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार सायोनी घोष के समर्थन में आयोजित रोड शो में हिस्सा लेने से इनकार करने पर सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार सुबह एआईएसएफ के एक कार्यकर्ता की बुरी तरह पिटाई कर दी थी. एआईएसएफ कार्यकर्ताओं ने जवाबी कार्रवाई की और तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता को बुरी तरह पीटा. तब से ही भांगर में तनाव पैदा हो गया और दोनों समूहों के बीच झड़पें हो रही हैं. यह भी पढ़ें : कांग्रेस के आनंद शर्मा 40 साल बाद लड़ रहे चुनाव, भाजपा के राजीव भारद्वाज से है मुकाबला
भांगर में जारी हिंसा के बीच भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने कैनिंग-पुरबा विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के विधायक शौकत मोल्ला की वोटिंग के दिन आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. ईसीआई के आदेश के अनुसार, शौकत मोल्ला शनिवार को पूरे दिन अपने निर्वाचन क्षेत्र कैनिंग-पुरबा से बाहर नहीं निकल पाएंगे. जबकि, मोल्ला ने भांगर में जारी तनाव के लिए एआईएसएफ कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि भांगर से एआईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी इस पूरे तनाव के लिए जिम्मेदार हैं. उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए.