कोलकाता: पुलिस ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी (Shubhendu Adhikari) और उनके भाई सौमेंदु अधिकारी (Soumendu Adhikari) के खिलाफ पूर्वी मिदनापुर में कोंटाई नगरपालिका (Contai Municipality) से 'राहत सामग्री चोरी' करने के आरोप में प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है. 29 मई को कोंटाई नगर पालिका के प्रशासक मंडल के सदस्य रत्नदीप मन्ना (Ratnadeep Manna) की शिकायत के आधार पर रविवार शाम को प्राथमिकी दर्ज की गई. West Bengal: कोलकाता में बीजेपी कार्यालय के पास मिले भारी मात्रा में देसी बम
मन्ना की शिकायत के अनुसार - हिमांशु मन्ना और प्रताप डे चक्रवात यास तबाही राहत के लिए बने कोंटाई नगर पालिका के आधिकारिक गोदाम से 2 लाख रुपये मूल्य के तिरपाल का एक ट्रक ले गए. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि यह टीएमसी के पूर्व दिग्गज शुभेंदु अधिकारी और सौमेंदु अधिकारी के नेतृत्व में एक आपराधिक साजिश का परिणाम है, जो अब बीजेपी में हैं.
शिकायतकर्ता ने आगे कहा कि कथित चोरी को केंद्रीय सशस्त्र बलों की मदद से अंजाम दिया गया था. पुलिस ने अधिकारी बंधुओं और उनके दो सहयोगियों के खिलाफ धारा 448/379/409/120बी आईपीसी आर/डब्ल्यू 51/53 आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत मामला दर्ज किया है.
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस प्रताप डे को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और उसे आगे की पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया है. पुलिस द्वारा अब तक एकत्र की गई खुफिया जानकारी के अनुसार, आरोपी व्यक्तियों द्वारा ली गई राहत सामग्री को नंदीग्राम में चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में वितरित किया गया था.
हालांकि अधिकारी टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे, बीजेपी नेतृत्व ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस प्रतिशोधात्मक रुख अपना रही है. बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "वे हमारे समर्थकों को मार रहे हैं और हमारे नेताओं को सलाखों के पीछे डालने की कोशिश कर रहे हैं."
प्राथमिकी से एक दिन पहले, शनिवार को, शुभेंदु अधिकारी के एक अन्य करीबी सहयोगी, राखल बेरा के खिलाफ सुजीत रॉय के आरोप के आधार पर मामला दर्ज किया गया था, जिसने आरोप लगाया था कि बेरा और उसके साथी चंचल नंदी ने उससे 2 लाख रुपये ठगे थे. एफआईआर में चंचल नंदी का भी नाम है. पूर्वी मिदनापुर पुलिस नंदी और अधिकारी के एक अन्य सहयोगी हिमांशु की तलाश में है.