Weather Update: राजधानी दिल्ली में सर्दी का सितम, न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री के साथ बुधवार रहा सबसे ठंडा दिन

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मौसम ऐप के अनुसार, दिल्ली में गुरुवार सुबह न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 3 डिग्री कम दर्ज किया गया. राजधानी में बुधवार को सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया. बुधवार को 18.6 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया जो सामान्य से 4.6 डिग्री कम था.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit-PTI)

नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) (India Meteorological Department) के मौसम ऐप (Mausam App) के अनुसार, दिल्ली (Delhi) में गुरुवार सुबह न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 3 डिग्री कम है. राजधानी में बुधवार को सबसे ठंडा दिन  दर्ज किया गया. बुधवार को 18.6 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा जो सामान्य से 4.6 डिग्री कम था. 14 दिसंबर को पालम में अधिकतम 17 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6 डिग्री कम था. वहीं मंगलवार को सफदरजंग और पालम में सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया. यहां अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 7 डिग्री कम था. आईएमडी के वैज्ञानिकों का कहना है कि दिल्ली ठंडे के दौर से गुजर रही है, क्योंकि उसने अब लगातार दो सबसे ठंडे दिन दर्ज किए हैं.

दिल्ली में बुधवार को कोई शीत लहर नहीं थी, क्योंकि न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से 2.8 डिग्री कम है, लेकिन शीत लहर के मानदंडों को पूरा नहीं करता है. आईएमडी ने बुधवार को अपने बुलेटिन में कहा कि कोल्ड डे से गंभीर कोल्ड डे की स्थिति अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में होने की संभावना है. यह भी पढ़ें: Weather Forecast: उत्तर-पश्चिम भारत में बढ़ेगा सर्दी का सितम, पहाड़ों में बर्फबारी से 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरेगा मैदानी इलाकों का तापमान

अगले तीन दिनों के दौरान पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों में शीत लहर से लेकर गंभीर शीत लहर की स्थिति होने की संभावना है, जबकि दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश में अगले 2 दिनों के दौरान शीत लहर की संभावना है.

आईएमडी ने चेतावनी दी है कि ठंड से गंभीर ठंड की स्थिति स्वास्थ्य पर कई गंभीर प्रभाव डाल सकती है, जिसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए. फ्लू, स्टफी नोज या नोजब्लीड और कंपकंपी जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं. अत्यधिक ठंड के संपर्क में रहने के कारण त्वचा पीली, कठोर और सुन्न हो सकती है. ऐसे में गंभीर शीत दंश को तत्काल चिकित्सा ध्यान और उपचार की आवश्यकता है.

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