Delhi Water Crisis: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पानी का संकट जारी है. स्थानीय लोगों को पीने का पानी प्राप्त करने के लिए भी कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है. राजधानी में जल संकट के बीच संजय कैंप क्षेत्र और मयूर विहार के चिल्ला गांव के लोग पानी के टैंकर बुलाकर अपनी पानी की जरूरतें पूरी कर रहे हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी की कमी से उनकी मुश्किलें दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं. अब तो खाना पकाना भी मुश्किल हो रहा है. दिल्ली में इन दिनों पानी आने की कोई समय-सारिणी नहीं है. वह सुबह 6 बजे से पानी के लिए कतार में लग जाते हैं. फिर दिनभर में केवल एक टैंकर सुबह 7, 8 या 8.30 बजे तक आता है. कभी-कभी तो यह आता ही नहीं है.
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दिल्ली में जल संकट जारी, टैंकर से की जा रही आपूर्ति
#WATCH | Delhi: People in the Sanjay camp area fulfil their water requirements by calling in water tankers amid water crisis in the national capital. pic.twitter.com/YYhF3BXbH9
— ANI (@ANI) June 6, 2024
दिल्ली में जल संकट का मुख्य कारण?
दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, राज्य को रोजाना 129 करोड़ गैलन पानी की जरूरत है. लेकिन भीषण गर्मी की वजह से केवल 96.9 करोड़ गैलन प्रति दिन ही मांग पूरी हो पा रही है. यानी दिल्ली की 2.30 करोड़ आबादी को हर दिन 129 करोड़ गैलन पानी चाहिए, लेकिन उसे सिर्फ 96.9 करोड़ गैलन पानी ही मिल रहा है. दिल्ली में जल संकट का सबसे बड़ा यह है कि दिल्ली के पास अपना कोई जल स्रोत नहीं है. पानी के लिए दिल्ली को पड़ोसी राज्यों पर निर्भर होना पड़ता है.
दिल्ली जल संकट पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज
दिल्ली में जल संकट के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी होनी है. दिल्ली की केजरीवाल सरकार की ओर से दायर की गई याचिका में पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा को एक महीने तक अतिरिक्त पानी छोड़ने के निर्देश देने की मांग की गई है.