पंजाब में खालिस्तानी समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के सदस्य गुरुवार को पुलिस के साथ भिड़ गए. दो साथियों की गिरफ्तारी के बाद संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने अपने समर्थकों से अजनाला में इकट्ठा होने की अपील की थी. जिसके बाद समर्थक तलवार, लाठी और डंडों के साथ थाने को घेर लिया और इस दौरान हिंसात्मक घटनाएं भी सामने आई. तलवार, लाठी और डंडों से 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. बताया जा रहा है कि अजनाला में पुलिस थाने के बाहर अमृतपाल के समर्थकों ने ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे भी लगाए.
वारिस पंजाब डी ग्रुप का प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थक गुरुवार को तलवार और हथियार लिए पुलिस से भिड़ गए और अपने कार्यकर्ता की गिरफ्तारी के विरोध में पंजाब के अमृतसर जिले में एक पुलिस परिसर में जबरदस्ती घुस गए.
#शर्मनाक…. ?
निहंग सिखों ने थाने पर किया हमला।
अमृतसर के अजनाला में थाने पर निहंगों का लाठी, डंडे एवं तलवार से हमला। हमलें में कई पुलिसवाले घायल। खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में किया हमला। थाने में गिरफ्तारी देने आया था अमृतपाल। pic.twitter.com/CYw8dxoaop
— NCIB Headquarters (@NCIBHQ) February 23, 2023
रोपड़ जिले के चमकौर साहिब के निवासी अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों के खिलाफ कथित रूप से अपहरण और पिटाई के आरोप में मामला दर्ज किया गया था. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरों में थाने के बाहर प्रदर्शनकारियों की भीड़ दिख रही है, जबकि पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है.
अमृतपाल सिंह, जिसने हाल ही में कथित तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धमकी दी थी कि उनका हश्र पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जैसा होगा, उसने कहा- केवल राजनीतिक मकसद से एफआईआर दर्ज की गई थी. यदि वे एक घंटे में प्रकरण निरस्त नहीं करते हैं तो आगे जो भी होगा उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा.
वारिस पंजाब डे कट्टरपंथियों का एक संगठन है जिसकी स्थापना एक्टिविस्ट दीप सिद्धू ने की थी, जिसकी पिछले साल फरवरी में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी.