Vadodara Boat Tragedy: गुजरात में मोरबी ब्रिज के बाद एक साल में गुरुवार को दूसरा सबसे बड़ा हादसा हुआ. स्कूल के छात्रों को पिकनिक पर लेकर गए वडोदरा के बाहरी इलाके में स्थित हरनी झील में नाव पलटने से दो शिक्षक समेत 16 स्कूली बच्चे डूब गए. जिससे उनकी जान चली गई. हालांकि नाव पर सवार दस बच्चों को किसी तरह से बचा लिया गया है. जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. हादसे के बाद वडोदरा पुलिस ने मामले में 18 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
अधिकारियों के अनुसार यह दुखद दुर्घटना उस समय हुई, जब 27 छात्रों का समूह अपने शिक्षकों के साथ पिकनिक पर गया था. प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि पैनीगेट में न्यू सनराइज स्कूल के छात्र और कुछ शिक्षक शाम करीब 4.30 बजे पिकनिक के लिए झील पर पहुंचे. वे एक नाव पर सवार हो गए, जो पहले से भरी हुई थी. इसी बीच झील में नव पलटने के बाद यह हादसा हो गया. यह भी पढ़े: Vadodara Boat Tragedy: वडोदरा में नाव हादसे के बाद शहर में पसरा मातम, 14 छात्र और दो शिक्षकों की मौत, PM मोदी ने जताया दुख
जानें वडोदरा के मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने क्या कहा:
गुरुवार को हादसे के बाद वडोदरा के मुख्य अग्निशमन अधिकारी पार्थ ब्रह्मभट्ट ने कहा कि नाव छात्रों को पिकनिक स्थल पर ले जा रही थी, जो झील में पलट गई. कुछ निवासियों ने अग्निशमन सेवा कर्मियों के पहुंचने से पहले वीरतापूर्वक कुछ बच्चों को बचा लिया.
जिम्मेदार लोगों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई:
वडोदरा की सांसद रंजनबेन धनंजय भट्ट ने आश्वासन दिया है कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सांसद ने यह भी कहा कि बचाए गए छात्रों को विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाया गया है. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने दुर्घटना में मारे गए बच्चों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की और इस घटना को "अत्यंत हृदय विदारक" बताया। उन्होंने कहा कि विमान में सवार छात्रों और शिक्षकों के लिए बचाव अभियान पूरे जोरों पर है और उन्होंने आश्वासन दिया कि पीड़ितों को तत्काल राहत और उपचार मुहैया कराया जाएगा.