उत्तराखंड: भक्तों के लिए खुले वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर के कपाट, चार धाम की यात्रा भी हुई शुरू
देवभूमि उत्तराखंड के देहरादून स्थित वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं. इसके साथ ही उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा भी शुरू हो गई है. यहां दर्शन करने के लिए आने वाले तमाम भक्तों को कोरोना के खिलाफ जारी सेफ्टी गाइडलाइन्स का पालन करना अनिवार्य है.
देहरादून: देश में कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के खिलाफ लॉकडाउन (Lockdown) का जब ऐलान किया गया था, तभी से देश के तमाम धार्मिक स्थलों (Religious Places) को आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया था. हालांकि लॉकडाउन के पांचवें चरण के दौरान अनलॉक-1 (Unlock-1) के तहत कुछ दिशानिर्देशों के साथ देश में कई धार्मिक स्थलों को भक्तों के लिए खोल दिया गया है. इसी कड़ी में अब देवभूमि उत्तराखंड (Uttarakhand) के देहरादून (Dehradun) स्थित वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर (Mata Vaishno Devi Gufa Yog Mandir) के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं. इसके साथ ही उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा (Char Dham Yatra) भी शुरू हो गई है.
उत्तराखंड के देहरादून स्थित वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर के कपाट अब सभी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं. यहां आने वाले भक्तों को मास्क पहनने से लेकर सोशल डिस्टेंसिंग तक कोरोना के खिलाफ जारी सभी दिशानिर्देशों का पालन करना होगा. बता दें कि यह मंदिर 25 मार्च को लॉकडाउन लगाए जाने के बाद से ही बंद था, जिसे अब भक्तों के लिए खोल दिया गया है.
वहीं उत्तराखंड के निवासियों के लिए चार धाम की यात्रा भी शुरू हो गई है. उत्तराखंड देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने पहले दिन भक्तों के लिए 422 ई-पास जारी किए. बद्रीनाथ मंदिर के लिए 154, केदारनाथ मंदिर के लिए 165, गंगोत्री मंदिर के लिए 55 और यमुनोत्री मंदिर के लिए 48 ई-पास जारी किए गए. यह भी पढ़ें: अपने आराध्य के दर्शन के लिए देश के विभिन्न मंदिरों में पहुंच रहे हैं भक्त, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन का रखा जा रहा है ख्याल (See Pics)
गौरतलब है कि इससे पहले भी देश के कई धार्मिक स्थलों को भक्तों के लिए खोला जा चुका है, जहां भक्त कोविड-19 के खिलाफ जारी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए दर्शन कर रहे हैं. वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर के कपाट खोले जाने से पहले बुधवार को कोलकाता के कालीघाट मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए. जहां भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने के लिए थर्मल स्क्रीनिंग के बाद सैनिटाइजिंग टनल से गुजरना अनिवार्य है. इसके साथ भक्तों का गर्भगृह में प्रवेश वर्जित है.