Uttarakhand: चमोली में ग्लेशियर टूटने से भीषण तबाही, 100 से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका- यूपी में हाई अलर्ट घोषित
चमोली में ग्लेशियर टूटा ,(फोटो क्रेडिट्स: ANI)

चमोली (उत्तराखंड), 7 फरवरी : उत्तराखंड (Uttarakhand) के जोशीमठ के धौली गंगा घाटी में रविवार सुबह एक ग्लेशियर के अचानक टूट जाने के बाद भारी तबाही हुई है. उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बताया कि चमोली (Chamoli) जिले में बाढ़ से 100-150 लोगों के हताहत होने की आशंका है. ऋषिगंगा पनबिजली परियोजना पर काम करने वाले कई मजदूरों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है. यहां फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए आईटीबीपी और एसडीआरएफ के जवानों को प्रभावित इलाकों में भेजा गया है. Uttarakhand: चमोली में ग्लेशियर टूटने से तबाही, जलस्रोतों में आई भारी बाढ़, लोगों को किया जा रहा रेस्क्यू

केंद्रीय गृहमंत्री गृह मंत्री ने कहा “उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के संबंध में मैंने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, डीजी, आईटीबीपी व डीजी एनडीआरएफ से बात की. सभी संबंधित अधिकारी लोगों को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं. एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गयी हैं. देवभूमि को हर संभव मदद दी जाएगी.

वहीं,  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड में बांध के टूटने से उत्पन्न हुई परिस्थितियों को देखते हुए प्रदेश में संबंधित विभागों, अधिकारियों और SDRF को हाई-अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है. उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि मुख्यमंत्री ने गंगा नदी के किनारे स्थित सभी जनपदों के ज़िलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को पूरी सतर्कता बरतने के भी निर्देश दिए हैं.

ग्लेशियर के टूटने के बाद यहां की कई नदियों में बाढ़ आ गई है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्थिति का जायजा लेने और बचाव व राहत कार्यों की निगरानी के लिए एक आपात बैठक बुलाई है. ऋषिकेश और हरिद्वार में भले ही आपदा का असर महसूस न किया गया हो, लेकिन इन शहरों को अलर्ट पर रखा गया है.

सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा है कि जिस जगह पर ग्लेशियर टूटा है, वहां इंसानों की बस्तियां तो बहुत ज्यादा नहीं थीं, लेकिन कई बिजली परियोजनाएं इससे प्रभावित हुई हैं. सरकार ने क्षेत्र के लोगों से गंगा नदी के पास न जाने की अपील की है.