लखनऊ: हाथरस गैंगरेप केस (Hathras Gangrape Case) की घटना को लेकर अभी भी पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी हैं. लोगों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सीएम योगी (CM Yogi) ने पहले मामले की जांच के लिए एसआईटी टीम (SIT Team) का गठन किया. जो इस मामले की जांच कर रही हैं और जांच रिपोर्ट सरकार के पास जल्द ही सौंपने वाली हैं. वहीं लोगों के विरोध के देखते हुए मुख्यमंत्री ने मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई (CBI) को सिफरिश भी की थी. जिस मामले की जांच के लिए केंद्र सरकार के डीओपीटी विभाग के नोटिफिकेशन के बाद सीबीआई ने हाथरस केस की जांच को आज अपने हाथ में ले लिया. जो अब इस मामले की जांच सीबीआई की टीम जल्द ही शुरू करेगी.
हालांकि पीड़िता के परिवार ने योगी सरकार (Yogi Govt) से मांग करता रहा था कि मामले की न्यायिक जांच करवाई जाये. परिवार ने सीएम योगी से सवाल किया था कि यदि मामले की जांच एसआईटी कर रही हैं तो फिर जांच को सीबीआई से करवाने के लिए क्यों सौंपा जा रहा है. उनकी तरफ से तो यह मांग नहीं की गई थी. यह भी पढ़े: CM Yogi Adityanath Orders CBI Probe into Hathras Case: हाथरस केस में सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिए CBI जांच के आदेश
Central Bureau of Investigation (CBI) takes over the investigation of the #Hathras alleged gangrape case pic.twitter.com/olYgweboAu
— ANI UP (@ANINewsUP) October 10, 2020
बता दें कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के एक गांव में रहने वाली दलित लड़की के साथ चार लड़कों ने उसके साथ मारपीट करने के साथ ही गैंगरेप किया. जिसके बाद पीड़िता की तबियत खराब होने के बाद उसका पहले उत्तर प्रदेश के ही एक सरकारी अस्पताल में इलाज शुरू किया गया. लेकिन बाद में तबियत ज्यादा बिगड़ने पर पीड़िता को इलाज के लिए दिल्ली के सफदरगंज ले जाया गया,जहां इलाज केदौरान उसकी मौत हो गई. मौत के बाद उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में पीड़िता के साथ हुए ज्यादती को लेकर लोगों के विरोध को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस मिलकर पीड़िता के गांव में उसके परिवार के जबरदस्ती रात में शव को पेट्रोल डालकर जाला दिया. जिसके बाद से मामले में और तूल पकड़ लिया सीएम योगी को जिले के एसपी समेत कई पुलिस वालों को निलंबित किया.