योगी सरकार ने गांव में ही युवाओं को रोजगार देने का बनाया प्लान, यूपी के सभी ग्राम पंचायतों में खुलेंगे 2 जन सेवा केंद्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Photo Credits: Facebook)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के युवाओं को प्रदेश में ही रोजगार दिलाने के विजन पर आगे बढ़ते हुए योगी सरकार ने अहम कदम उठाया हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की अगुवाई वाली सरकार प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने के मकसद से सभी ग्राम पंचायतो में जन सेवा केंद्र (Jan Seva Kendra) खोल रही है. इस कदम से स्थानीय स्तर पर करीब 4.5 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा और वे आत्मनिर्भर बनेंगे. सौर ऊर्जा से रोशन होगा यूपी, सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- 2022 तक स्थापित होंगी 10700 MW क्षमता की परियोजनाएं

मिली जानकारी के मुताबिक योगी सरकार ने हर ग्राम पंचायत में दो जन सेवा केंद्र खोलने का निर्णय लिया है. सभी जगह युवाओं की नियुक्ति की जाएगी. वर्तमान में प्रदेश के तकरीबन हर ग्राम पंचायत या 10 हजार की आबादी पर एक जन सेवा केंद्र बनाये गए है. जन सेवा केंद्र के जरिये ग्रामीण लोगों को सरकारी योजनाओं से अवगत भी करवाया जाता है, परिणामस्वरूप लोग बिना हिचकिचाहट के शासन की योजनाओं का लाभ उठा रहे है. साथ ही इनकी मदद से शासन के 35 विभागों की 258 शासकीय सेवाएं आम लोगों को उपलब्ध हो रहीं हैं.

योगी सरकार की नई पहल से राज्यभर में कुल जन सेवा केंद्रों की संख्या बढ़कर करीब डेढ़ लाख हो जाएगी. जबकि केंद्र के संचालक की आय बढ़ाने के लिए देय शुल्क 20 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये कर दिया गया है. जन सेवा केंद्र के संचालक को प्रति ट्रांजेक्सन अब 11 रुपये प्राप्त होंगे, जो अभी 4 रुपये है.

हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक साथ 58 हजार महिलाओं को बैकिंग करेस्पांडेंट (BC) सखी के रूप में रोजगार उपलब्ध कराया है. सीएम योगी ने बीसी सखी के रूप में चयनित सभी अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित कर उन्हें कार्य स्थल पर तैनात किए जाने के निर्देश दिए हैं. कहा कि बीसी सखी की तैनाती से ग्राम पंचायत स्तर पर एक महिला को रोजगार मिलेगा. बीसी सखी पंचायत भवन से कार्य संचालित करेंगी. इससे गांव के लोगों को अपने गांव में ही बैंकिंग संबंधी सुविधाएं हासिल होंगी.