लखनऊ: केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में किसान सिंघु, टिकरी, चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर पर कड़ाके की ठंड के बावजूद बीते 23 दिनों से डेरा डाले हुए हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में किसान आंदोलन में शामिल होने वाले कुछ किसान नेताओं से 'शांति भंग' होने की आशंका के चलते 50 लाख रुपये का पर्सनल बॉन्ड भरने के लिए कहा गया है. हालांकि इतनी बड़ी बॉन्ड राशि पर विवाद होने के बाद पुलिस ने इसमें सुधार करने की बात कही है. Farmers Protest: बीजेपी की हाईलेवल मीटिंग में निर्णय- तीनों कानूनों को मजबूती से डिफेंड करेगी पार्टी, किसानों का जुटाएगी समर्थन
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक संभल (Sambhal) में जिला प्रशासन द्वारा छह किसान नेताओं को नोटिस जारी किए गए हैं, जिसमें भारतीय किसान यूनियन (Asli) के संभल के ज़िला अध्यक्ष राजपाल सिंह (Rajpal Singh) समेत अन्य किसान नेता जयवीर सिंह, सतेंद्र उर्फ गंगाफल, ब्रह्मचारी, वीर सिंह और रोहतास शामिल है. हालांकि प्रशासन ने इसे 'Clerical Error' बताया है और बॉन्ड की राशि को कम करके का दावा किया है.
संभल जिले के एसडीएम दीपेंद्र यादव (Dipendra Yadav) ने बताया कि हयातनगर थाने की पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर ये यह नोटिस जारी किया गया. किसान नेता गांव- गांव जाकर दिल्ली और अन्य स्थानों पर चल रहे किसान आंदोलन का प्रचार कर रहे हैं जिससे शांति भंग होने का खतरा है. एसडीएम दीपेंद्र यादव ने कहा कि शांतिभंग की आशंका के चलते सीआरपीसी की धारा 111 के तहत ये नोटिस जारी किए गए हैं. यह एक निरोधात्मक कार्रवाई की जाती है.
संभल के एसपी चक्रेश मिश्रा ने कहा कि गलती को सुधाकर एक नया नोटिस जारी किए जाएंगे. संभल के सर्कल ऑफिसर अरुण कुमार सिंह ने कहा "एसडीएम फिलहाल छुट्टी पर हैं और जब वह वापस आएंगे तो हम उनके आदेश पर 50,000 रुपये का बॉन्ड जारी करेंगे."