भारत में भी है 'पाकिस्तान वाली गली', नाम बदलने के लिए लोगों ने सीएम योगी और पीएम मोदी को लिखा खत
उत्तर प्रदेश के नोएडा में पाकिस्तान वाली गली नाम से मशहूर कॉलोनी का नाम बदलने को लेकर लोगों ने पीएम मोदी और सीएम को पत्र लिखा है
लखनऊ: आजादी के बाद भारत-पाकिस्तान का बंटवारा होने के बाद पाकिस्तान के लोग भारत आये और भारत के लोग पाकिस्तान गए. लेकिन अभी भी भारत में कई ऐसे नाम हैं जो देश का बंटवार होने के के बाद भी उन स्थानों के नाम नहीं बदले. ऐसा ही एक नाम उत्तर प्रदेश के नोएडा में है जहां पर देश का बंटवारा होने के बाद भी पाकिस्तान वाली गली (Pakistan Wali Gali) से मशहूर कॉलोनी का नाम आज भी वहीं है. जिसके नाम को बदलने को लेकर लोगों ने पीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी ( PM Modi) को पत्र लिखा है.
पाकिस्तान वाली कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने सीएम योगी (CM Yogi) और प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में गुहार लगाईं है कि उनके कॉलोनी का बदला जाए. उन्होंने कहा है कि वे भारतीय है. हमारे पूर्वजों में से सिर्फ चार परिवार ही पाकिस्तान (Pakistan) से आए थे. लेकिन अभी भी हमारे आधार कार्ड पर ‘‘पाकिस्तान वाली गली’’ लिखा हुआ है. हम चाहते हैं कि हमारे कॉलोनी का नाम बदला जाए. यह भी पढ़े: इलाहाबाद बना प्रयागराज: आधार-पैन कार्ड और जरूरी दस्तावेजों में नहीं बदलना होगा पता
इस कॉलोनी में रहने वाले लोगों का यह भी आरोप है कि उनके कॉलोनी का नाम पाकिस्तान होने की वजह से उनको नौकरी नहीं मिलती है. जबकि वे अपना आधार कार्ड दिखातें है कि वे भारतीय हैं इसके बाद भी कोई नौकरी नहीं देता है. उनका कहना है कि वे अपने बच्चों को पैसा लगाकर शिक्षा दिलवा रहें है. यदि उनके बच्चों को पढ़ाई के बाद नौकरी ही ना मिले तो फिर उन्हें पढ़ा कर मतलब ही क्या. यह भी पढ़े: इलाहाबाद के बाद अब बदलेगा शिमला का नाम, बीजेपी ने किया इस अभियान का समर्थन
बात दें कि उत्तर प्रदेश के नोएडा में पाकिस्तान वाली गली नाम से मशहूर इस कॉलोनी में 60 से 70 घर हैं. वे चाहते हैं कि यदि वे हिंदुस्तान में रहते हैं तो इसलिए उनके कालोनी का नाम बदला जाये ताकि उनको उनके ही देश में रहने पर लोग दोहरी नजर से ना देखें. आपको बता दें कि इस इलाके का नाम 'पाकिस्तान वाली गली' यहां कुछ लोगों द्वारा बंटवारे के वक्त पाकिस्तान से आकर बसने की वजह से पड़ा था. जिसका नाम अब तक बदला नहीं गया.