अलीगढ़: यहां के एक गांव में जहरीली शराब (Alcohol) पीने की एक अन्य घटना में छह और लोगों की मौत हो गई और 24 अन्य लोगों का इलाज (Treatment) चल रहा है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि बुधवार की रात जवान क्षेत्र के रोहेरा गांव के पास एक नहर में मिली देशी शराब पीने से ईंट भट्ठा (Brick Kiln) के मजदूर बीमार हो गये. ईंट भट्ठा मजदूरों को नहर में फेंके गए शराब के डिब्बे मिले. उन्होंने जश्न मनाना शुरू कर दिया लेकिन देशी शराब पीने के कुछ ही देर बाद बीमार पड़ गए. Aligarh Hoonch Tragedy: जहरीला शराब पीने से अब तक 25 की मौत, 26 लोगों का विसरा रिपोर्ट आना बाकी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी ने संवाददाताओं से कहा, "ऐसा लगता है कि नकली शराब के कारोबार में शामिल कुछ लोगों ने छापेमारी के डर से अपना पूरा स्टॉक नहर में फेंक दिया."
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मुख्य अधीक्षक डॉ हैरिस मंजूर ने कहा कि अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से तीन यहां आने से पहले मर चुके थे. उन्होंने कहा, "डॉक्टर बाकी 24 पीड़ितों की जान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, गंभीर रूप से बीमार मरीज बुधवार रात और गुरुवार को अस्पताल में आए."
हाल के दिनों में जिले में जहरीली शराब की यह दूसरी घटना है. इससे पहले के मामले में 28 मई को अवैध शराब के सेवन से कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कुल 87 पीड़ितों का पोस्टमार्टम किया गया था.
अधिकारियों ने कहा कि कई लोगों की आंखों को नुकसान पहुंचा है और आंखों की रोशनी चली गई है. चूंकि 28 मई को अन्य जहरीली शराब त्रासदी में पहली मौत की सूचना मिली थी, 87 संदिग्ध पीड़ितों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है, हालांकि आधिकारिक तौर पर मरने वालों की संख्या 35 है. अब तक 34 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.