उत्तर प्रदेश: इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की लोगों से अपील- घरों में रहकर रमजान की सारी रस्में निभाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, देखें वीडियो
रमजान में लोगों से घरों में रहने की अपील (Photo Credits: ANI)

लखनऊ: देशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) संकट से निपटने के लिए लॉकडाउन (Lockdown) का दूसरा चरण चल रहा है. हालांकि देश में कोरोना वायरस के प्रकोप (Coronavirus Outbreak) के मद्देनजर मंदिर, मस्जिद समेत तमाम धार्मिक स्थलों को एहतियात के तौर पर बंद रखा गया है. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) को ध्यान में रखते हुए तमाम धार्मिक आयोजनों को भी बैन किया गया है. कोरोना वायरस के खिलाफ जारी इस जंग के बीच इस्लाम धर्म का पवित्र महीना रमजान (Ramadan) शुरू होने वाला है, लिहाजा इस संक्रमण को रोकने के लिए लोगों से लगातार मस्जिदों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर नमाज अदा करने या इफ्तार करने से बचने की अपील की जा रही है. रमजान के पवित्र महीने में मुस्लिम समुदाय के लोगों से घरों में रहकर ही सारी रस्में अदा करने की गुजारिश की जा रही है.

इसी कड़ी में कोरोना वायरस संकट के बीच उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखनऊ में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया (Islamic Center of India)  द्वारा शहर भर में रमजान को लेकर घोषणाए की जा रही हैं. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया का कहना है कि रमजान के पवित्र महीने में लोग अपने घरों में रहकर रोजे, तरावीह और इफ्तार जैसे सभी रस्मों को निभाएं. जो लोग मस्जिद में रह रहे हैं सिर्फ वही लोग मस्जिद में तरावीह पढ़ेंगे. इस दौरान सभी सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना न भूलें.

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वहीं मौलाना खालिद रशीद फिरंगी ने भी लोगों से अपील की है कि पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. ऐसे में सभी लोग रोजा घर पर रखें. इफ्तार और नमाज भी घर पर ही अदा करें. इस दौरान घर से बाहर कोई भी न जाए. इसके लिए इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की तरफ से लखनऊ में गाड़ियों के जरिए मोहल्लों में अनाउंसमेंट की जा रही है. यह भी पढ़ें: Ramzan 2020: कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते रमजान में कर्नाटक के मस्जिदों में तरावीह सहित सामूहिक प्रार्थनाओं पर प्रतिबंध

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बता दें कि देश में तीन मई तक लॉकडाउन है, इस दौरान विभिन्न धर्मों के धर्मावलंबियों द्वारा त्योहार मनाने एवं सार्वजनिक स्थानों पर प्रार्थना करने पर पाबंदी लगाई गई है. केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुसलमानों से रमजान के महीने के दौरान मस्जिदों में न जाने की अपील की थी. गौरतलब है कि भारत में चांद का दीदार होने के बाद रमजान महीने की शुरुआत 24 अप्रैल से होगी. रमजान के महीने में दुनिया भर के मुसलमान रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं, लेकिन इस बार कोरोना वायरस महामारी के चलते लोगों को अपने घरों में ही सारे नमाज अदा करने होंगे.