लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को लोकभवन के बाहर मां और बेटी के आत्मदाह के प्रयास मामले में नया मोड़ आ गया। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. हजरतगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर अंजनी पांडेय ने बताया, "मां-बेटी के आत्मदाह के पीछे साजिश रचने वाले चार लोगों के खिलाफ एफआईआर हुई है. जिसमें एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष कबीर खान, आसमा, सुल्तान को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि कांग्रेस प्रवक्ता अनूप पटेल अभी नहीं पकड़े गए हैं. इसके अलावा चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है.'
पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने बताया, "यह एक आपराधिक साजिश थी। कुछ लोगों ने महिलाओं को उकसाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस मामले में एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष कबीर खान और कांग्रेस नेता अनूप पटेल समेत चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं, लापरवाही सामने आने पर हजरतगंज चौकी इंचार्ज समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. सुजीत पांडेय ने बताया, "अमेठी में नाली के विवाद में न्याय न मिलने पर लखनऊ में मुख्यमंत्री ऑफिस की चौखट पर आत्मदाह के प्रयास में गंभीर रूप से घायल मां-बेटी को इसके लिए उकसाया गया. इस मामले में तीन पुलिसकर्मियों को अमेठी में भी निलंबित किया जा चुका है. यह भी पढ़े: प्रियंका गांधी का योगी सरकार पर हमला, कहा- उत्तर प्रदेश पुलिस बदले की भावना से कर रही है काम
इस बीच, कांग्रेस प्रवक्ता अनूप पटेल ने एक बयान जारी कर कहा है, "अमेठी की दो पीड़िताओं को न्याय न मिलने पर उनके द्वारा आत्मदाह करना जंगलराज का सबूत है. पीड़िता दर-दर भटक रही थी। कांग्रेस कार्यालय में न्याय की फरियाद लेकर आई थी. मैंने उनका पक्ष मीडिया के सामने रखा था. उसके बाद पीड़िता से किसी प्रकार का संबंध नहीं रहा. पटेल ने कहा है, "पिछले एक साल में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमें लादे जा रहे हैं. भाजपा सरकार ने पूरे उप्र में कानून-व्यवस्था ध्वस्त कर रखी है.
कांग्रेस द्वारा सवाल उठाने पर उसके नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. उनके ऊपर मुकदमें किए जा रहे और उन्हें जेल भेजा जा रहा है. मेरे खिलाफ सभी आरोप फर्जी हैं." ज्ञात हो कि अमेठी के जामो थाना क्षेत्र की रहने वाली महिला और उनकी बेटी ने शुक्रवार शाम लोकभवन के सामने मिट्टी का तेल उड़ेलकर आत्मदाह करने की कोशिश की. आग की लपटों में घिरी महिला वहीं गिर गई। जबकि उनकी बेटी आग की लपटों में घिरकर सड़क पर दौड़ने लगी। सूचना मिलते ही पुलिस ने दोनों के शरीर पर कंबल डालकर आग बुझाई और सिविल अस्पताल में दोनों को भर्ती कराया.