लखनऊ: उत्तरप्रदेश राज्य नगरीय विकास अभिकरण (सूडा) में निदेशक के पद पर तैनात आईएएस (IAS) अधिकारी उमेश कुमार सिंह (Umesh Kumar Singh)के खिलाफ पत्नी की कथित हत्या के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ''आईएएस उमेश कुमार सिंह की पत्नी की मौत के मामले में सिंह के खिलाफ चिनहट थाने में हत्या और सबूत मिटाने तथा गलत जानकारी देने के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.’’उमेश की पत्नी अनीता (Anita Singh) की एक सितंबर को चिनहट इलाके में उनके आवास पर गोली लगने से मौत हो गयी थी. उधर आईएएस सिंह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.
मामले में मृतक महिला के चचेरे भाई राजीव कुमार सिंह की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज हुई है जिन्होंने आरोप लगाया है कि आईएएस अधिकारी के अन्य महिलाओं से संबंध थे, इस वजह से उनकी बहन खुश नहीं थी।राजीव ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उनकी बहन अपने पति से इन बातों का विरोध करती थी जिस पर उमेश कुमार सिंह उनकी पिटाई करते थे. बहन को अपने साथ कुछ अप्रिय होने का अंदेसा था. यह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश: टोल प्लाजा पर फायरिंग करने के मामले में बीजेपी सांसद राम शंकर कठेरिया के 2 सुरक्षा गार्ड गिरफ्तार
शिकायत के अनुसार एक सितंबर को घटना के बारे में खबर मिली और हम लोग पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि बाद में मीडिया में छपी खबरों और घटना की फोटो देखने के बाद संदेह हुआ, तब हमने उमेश की गिरफ्तारी की मांग करते हुये शिकायत दर्ज करायी।उमेश कुमार सिंह लखनऊ में ही तैनात हैं और उनके अधिकारियों से अच्छे संबंध है और वह जांच को प्रभावित कर सकते हैं।राजीव कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस ने सूचना दी थी कि अनीता को गोली लगी है और परिवार के सदस्य (उमेश और बेटा) तथा एक नौकर उन्हें प्राइवेट अस्पताल ले गये हैं.वहां से वे उन्हें किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर ले गये जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
आईएएस उमेश ने पुलिस से कहा था कि उनकी पत्नी ने खुद को लाइसेंसी पिस्तौल से गोली मार ली और ट्रॉमा सेंटर में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. अपने ऊपर लगे आरोपो को सिरे से खारिज करते हुये आईएएस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारे राजीव से पिछले 22 साल से कोई रिश्ते नहीं हैं. वह कभी हमारे घर नहीं आये. यहां तक रक्षा बंधन पर भी नहीं। यह मेरी छवि को खराब करने का प्रयास है. वह (राजीव) कारोबारी हैं और जमीन की खरीद-फरोख्त में लिप्त हैं.उन्होंने पिछली समाजवादी पार्टी सरकार में क्या किया था, आप इसकी जानकारी कर सकते हैं.''