लखनऊ 1 जुलाई: अयोध्या जिला प्रशासन द्वारा हनुमानगढ़ी मंदिर में प्रसाद चढ़ाने और चरणामृत वितरण पर रोक लगाई गई थी. मंदिर के पुजारी पिछले काफी समय से प्रसाद के रूप में चढ़ाए जानें वाले बासी लड्डूओं का विरोध कर रहे हैं. इसी विरोध को लेकर बीते बुधवार को महंत प्रेमदास (Mahant Premadas Ji) व मंदिर में अखाड़े के कुछ पुजारियों के बीच काफी कहा सुनी हो गई. इस कहा सुनी के बीच साधुओं का एक गुट व्यापारियों से भी भीड़ गया.
देखते ही देखते मामला इतना गंभीर हो गया कि महंत प्रेमदास ने हनुमानगढ़ी मंदिर में ताला बंद करवा दिया. इसके पश्चात् व्यापारी समूह शहर भर की दुकानों को बंद कर सड़क पर उतर आए. मामला ज्यादा तूल पकड़ता इससे पहले जिला प्रशासन ने बीच में हस्तक्षेप करते हुए तीनों पक्षों के बीच सुलह कराई. इस दौरान करीब 10 मिनट तक हनुमानगढ़ी मंदिर का ताला बंद रहा.
यह भी पढ़ें- देश की खबरें | अयोध्या हवाई अड्डा का नाम होगा मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डा
इससे पहले भगवान के लिए लाए गए प्रसाद को नहीं चढ़ाए जाने से नाराज महंत प्रेमदास ने पुजारियों के कार्यो का विरोध करते हुए कहा कि दर्शनार्थी श्रद्धा से प्रसाद लाते हैं लेकिन उनका प्रसाद नहीं चढ़ने से उनकी आस्था को चोट पहुंचती है.
वहीं मंदिर के पुजारी महंत प्रेमदास की बातों को अनसुना कर प्रसाद न चढ़ाने पर अड़े रहे. पुजारियों के इस कृत्य से खफा होकर महंत प्रेमदास ने मंदिर के गेट पर ताला लगा दिया. इसके पश्चात् मंदिर के सभी पुजारी भी एकजुट हो गए और उन्होंने महंत गौरीशंकर दास के नेतृत्व में दुबारा मंदिर के गेट का ताला खुलवा दिया.
यह भी पढ़ें- देश की खबरें | अयोध्या हुई राममय : हर कोना भक्तिरस से सराबोर
इस दौरान भड़के कुछ पुजारियों ने दुकानों में पहले से बनाकर रखे गए लड्डूओं को जमीन पर फेंक दिया. पुजारियों और व्यापारियों के बीच भी जमकर विवाद हुआ. पुजारी पिछले काफी समय से मंदिर में प्रसाद के रूप में चढ़ाए जानें वाले लड्डूओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा कर रहे हैं.