लखनऊ: समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने निर्वाचन आयोग (Election Commission) की वेबसाइट में सेंधमारी कर नकली वोटर कार्ड (Voter Card) बनाने के प्रकरण को लेकर सरकार पर निशाना साधा. इस मामले को देश की गरिमा के साथ ही सुरक्षा के साथ जुड़ा बताया. सपा सुप्रीमो ने शुक्रवार को नकली वोटर आइकार्ड बनाने के प्रकरण पर एक ट्वीट भी किया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) चुनाव आयोग की वेबसाइट में एक नवयुवक के डिजिटल सेंधमारी करके नकली वोटर आईडी कार्ड बनाए जाने की खबर बेहद गंभीर मसला है. उन्होंने कहा कि ऐसे घपलों के लिए पूरे राज्य में जांच हो, पता तो चले कि कहीं इसे राज्याश्रय तो प्राप्त नहीं है. यह प्रकरण चुनाव आयोग की सुरक्षा का ही नहीं, बल्कि गरिमा का भी सवाल है. Uttar Pradesh: पूर्व सीएम Akhilesh Yadav ने कहा- बीजेपी राज में खूब फल-फूल रही झूठ की अमरबेल
गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग की वेबसाइट में घुसपैठ कर डाटा के साथ छेड़छाड़ करने के मामले में सहारनपुर पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से अरमान मलिक को भी गिरफ्तार कर लिया है. अभी यह पता नहीं चला है कि अरमान मलिक को कहां से गिरफ्तार किया गया है. सहारनपुर पुलिस अरमान मलिक को लेकर सहारनपुर लौट रही है. नकुड थाना क्षेत्र के गांव माचारहेड़ी निवासी विपुल सैनी पुत्र रामकुमार सैनी को इस मामले में गुरुवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया था. साइबर सेल थाना प्रभारी प्रवीण कुमार जो इस केस के विवेचक हैं, उन्हें एसएसपी ने विपुल सैनी को रिमांड पर लेने का आदेश दिया है. निर्वाचन आयोग की एक टीम सहारनपुर पहुंचकर अरमान मलिक से पूछताछ करेगी.
इस बीच अखिलेश ने कानपुर के बर्रा आठ में बीजेपी के उकसावे पर एक निर्दोष युवक की सरेआम पिटाई की घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा, "लोकतंत्र के लिए ऐसी घटनाएं शर्मनाक हैं. बीजेपी सरकार ने यूपी में अराजकता फैला दी है. प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है."
सपा मुखिया ने कहा कि आरएसएस की विचारधारा के कारण जब से केंद्र और राज्य में बीजेपी सरकार आई है, वंचित समाज के उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ गई हैं. जाति और धर्म के आधार पर लोगों के साथ भेदभाव किया जा रहा है. यूपी सरकार का एजेंडा ही विभाजनकारी है.
अखिलेश ने कहा कि देश के संविधान की मूल भावना समानता की पोषक है. सपा लोकतांत्रिक मूल्यों की पक्षधर है. अन्याय और शोषण के खिलाफ सपा ने हमेशा लड़ाई लड़ी है. सामाजिक सद्भाव बढ़ाना ही सपा का लक्ष्य है. लेकिन बीजेपी देश में नफरत और घृणा फैलाने में लगी है. जनमत द्वारा निर्वाचित सरकार की जिम्मेदारी है कि जनता का भरोसा सरकार में बना रहे, लेकिन बीजेपी इसके उलट काम करती है.