लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश), 18 अप्रैल : हाल की सबसे भीषण त्रासदियों में से एक कोरोना काल (Corona Era) में 24 घंटे के अंदर ही तीन भाइयों की मौत हो गई. हालांकि, 53, 50 और 45 वर्ष की आयु के तीनों भाई निमोनिया से पीड़ित थे. परिवार ने कहा कि कोविड का इलाज नहीं करवाने के कारण हालत बिगड़ने से उनकी मौत हो गई. डॉक्टरों के अनुसार, भाइयों को निमोनिया था और उनकी स्थिति तेजी से बिगड़ रही थी. सांस फूलने की शिकायत के बाद उनकी मौत हो गई. जबकि सबसे बड़े भाई की घर पर ही मौत हो गई जबकि दो अन्य की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.
सूत्रों ने कहा कि उनकी कोविड-19 (COVID-19) रिपोर्ट नेगेटिव निकली थी, लेकिन परिवार के सदस्यों को एहतियात के तौर पर घर पर ही आइसोलेट (Isolate) कर दिया गया था और क्षेत्र को सील कर दिया गया था. एक निजी अस्पताल में दो भाइयों का इलाज करने वाले डॉक्टर ने कहा, "जब उन्हें यहां लाया गया था, तो उनकी हालत गंभीर थी. हमनें तुरंत उन्हें ऑक्सीजन पर रखा और उन्हें ठीक करने की कोशिश की. वे पिछले एक सप्ताह से बीमार थे और घर पर ही रहकर उपचार करा रहे थे और काम भी कर रहे थे. बीमार होने पर हम लोगों को उचित इलाज करवाने और पर्याप्त आराम करने की सलाह देते हैं." यह भी पढ़ें : COVID-19 Spike: कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच अच्छी खबर, 15 दिनों में Remdesivir का उत्पादन होगा दोगुना
लखीमपुर खीरी के सीएमओ डॉ मनोज अग्रवाल ने कहा, "प्रारंभिक परीक्षण से यह पता नहीं चलता है कि मौतें कोविड की वजह से हुई थीं. हम आगे की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. पिछले 24 घंटों में जिले में केवल दो ही मौतें कोविड से हुई हैं." लखीमपुर खीरी में पिछले 48 घंटों में कोरोना के 1000 मामले आए हैं. डर है कि पंचायत चुनावों के कारण स्थिति और खराब हो सकती है.