बांग्लादेश सरकार से हिंदू कानूनों में कोई 'सुधार' नहीं करने का आग्रह
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ढाका, 26 अगस्त: हिंदू कानूनों में किसी भी सुधार का विरोध करते हुए, अल्पसंख्यक नेताओं के एक समूह ने शेख हसीना के नेतृत्व वाली बांग्लादेश सरकार से कानूनों में सुधार नहीं करने का आग्रह किया है.  उन्होंने द डेली स्टार के संपादक महफूज अनम और उनकी पत्नी शाहीन अनम और मानुषेर जॉनी फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक पर कार्रवाई की भी मांग की, उन पर हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करने और उनके परिवारों में अराजकता पैदा करने का आरोप लगाया.अनम ने हिंदू कानून में सुधार के लिए विधि आयोग को एक प्रस्ताव सौंपा है. यह भी पढे: RBI ने कार्ड लेन-देन सुरक्षित करने के लिए टोकन व्यवस्था दायरे में लैपटॉप, डेस्कटॉप को शामिल किया

शाहीन अनम और महफूज अनम पर हिंदू परिवार के शास्त्र नियमों को बदलने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है. 'बांग्लादेश राष्ट्रीय हिंदू महागठबंधन' नाम के संगठन के नेताओं और हिंदू समुदाय के कुछ अन्य संगठनों ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन किया. गोबिंद चंद्र प्रमाणिक, एक वकील, और महासचिव, बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड एलायंस ने सरकार के समक्ष रखी गई चार मांगों की घोषणा की.उन्होंने सरकार से हिंदू कानून में 'कोई सुधार और परिवर्तन नहीं' का आश्वासन देते हुए 30 अगस्त तक एक घोषणा करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि शाहीन अनम और कुछ गैर सरकारी संगठनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए जो असामाजिक और धार्मिक विरोधी गतिविधियों का संचालन करके हिंदू समाज और परिवारों में 'अराजकता' पैदा कर रहे हैं.

उन्होंने यह भी मांग की कि शाहीन अनम और उनके सहयोगियों को 'हिंदू समुदाय' से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने देश भर में सामूहिक हस्ताक्षर अभियान शुरू करने की चेतावनी दी.बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस की महिला मामलों की सचिव एडवोकेट प्रोतिवा बख्शी ने लिखित बयान की घोषणा की.कार्यक्रम में बांग्लादेश नेशनल हिंदू रिफॉर्मेशन सोसाइटी के अध्यक्ष प्रोफेसर हिरेंद्र नाथ विश्वास ने दावा किया है कि हिंदू कानून में सुधार के लिए महफूज अनम और उनकी पत्नी शाहीन अनम का अभियान एकता को नष्ट करके देश के हिंदुओं में अशांति पैदा करने की साजिश कर रहा है. बयान में बख्शी ने यह भी कहा कि महफूज अनम अपने अखबार डेली स्टार में फिक्शन प्रकाशित कर हिंदू समुदाय के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा है.