नई दिल्ली: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष 17-18 जुलाई को काफी अहम बैठक कर रहा है. इस बैठक में कांग्रेस के साथ 24 दल शामिल हो रहे हैं. इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से खबर आ रही है कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और आम आदमी पार्टी (आप) सहित बीजेपी विरोधी दलों के नए गठबंधन को अब संयुक्त प्रगतशील गठबंधन (United Progressive Alliance) नहीं कहा जाएगा. मंगलवार को बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक के दौरान गठबंधन के लिए नया नाम तय होने की संभावना है. 2024 में बीजेपी को घेरने के लिए आज से मंथन शुरू, विपक्ष की बैठक में इन मुद्दों पर होगी बात.
कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूपीए 2004 से 2014 तक दो कार्यकाल के लिए केंद्र में सत्ता में था. इसकी अध्यक्ष पूर्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी थीं. रिपोर्ट्स के अनुसार अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन को नया नाम दिया जाएगा.
क्या होगा नया नाम
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने विपक्षी गठबंधन के नए नाम पर कहा, 'पार्टी इस मुद्दे पर अकेले निर्णय नहीं ले रही है और बैठक के दौरान सामूहिक निर्णय लिया जाएगा. वेणुगोपाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हम सभी निर्णय लेंगे. मैं आपको अभी नहीं बता सकता. कांग्रेस अकेले यह निर्णय नहीं ले रही है. सभी विपक्षी दल एक साथ बैठेंगे और एकजुट होकर निर्णय लेंगे."
#WATCH | When asked about topics for the Opposition meeting in Bengaluru and if UPA will get a new name, Congress general secretary KC Venugopal says, "We will take all decisions. I can't tell you now what are the issues that are going to be discussed. Congress is not deciding… pic.twitter.com/NLbFE6xhIw
— ANI (@ANI) July 17, 2023
सीट शेयरिंग पर होगी चर्चा
बैठक के दौरान तमाम विपक्षी पार्टियों के बीच राज्य-दर-राज्य आधार पर सीट बंटवारे पर चर्चा होने की संभावना है. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के लिए सामान्य न्यूनतम कार्यक्रम और संचार बिंदुओं का मसौदा तैयार करने के लिए एक उप-समिति का गठन किया जाएगा. बैठक मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संबोधन के साथ शुरू होने की उम्मीद है. बैठक के बाद शाम 4 बजे संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी है.