यूपी: रामपुर में सैनिटाइजेशन करने गए युवक को दबंगों ने जबरदस्ती पिलाया सैनिटाइजर, इलाज के दौरान हुई मौत- केस दर्ज
रामपुर में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए गांव में सैनिटाइजर का छिड़काव करने गए एक युवक को दबंगों ने जबरदस्ती सेनेटाइजर पिला दिया. इसके बाद इलाज के दैरान उसकी मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के रामपुर से एक शर्मनाक घटना सामने आई है. रामपुर में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए गांव में सैनिटाइजर का छिड़काव करने गए एक युवक को दबंगों ने जबरदस्ती सेनेटाइजर पिला दिया. इसके बाद इलाज के दैरान उसकी मौत हो गई. दरअसल रामपुर के मोतीपुरा गांव में कोरोना के खतरे के बीच सेनेटाइजेशन करने गए युवक का स्थानीय लोगों से कुछ विवाद हो गया, जिसके बाद कुछ दबंगों ने उसे कथित तौर पर जबरन सेनेटाइजर पिला दिया. स्थानीय लोगों ने युवक को रामपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां से डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया. फिर उसे मुरादाबाद जिले के टीएमयू अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां युवक की मौत हो गई.
सैनिटाइजर का छिड़काव करते समय गांव के इंद्रपाल और उसके साथियों ने पैर पर छींटे आ जाने से नाराज होकर सेनेटाइज करने वाले युवक को मारा पीटा और सैनिटाइजर मशीन का पाईप उसके मुंह में डाल कर उसे सैनिटाइजर पिला दिया. इसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस ने इंद्रपाल और उसके चार अज्ञात साथियों सहित पांच आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. यह भी पढ़ें- देश में कोरोना के मरीजों का आंकड़ा 15 हजार के पार, COVID-19 से अब तक 507 लोगों की मौत.
मृतक युवक के भाई हरिशंकर ने कहा, 'मेरा भाई 14 अप्रैल को रामपुर में COVID-19 के मद्देनजर सेनेटाइजर का छिड़काव करने गया था. वहां पर पांच लोगों ने उसे पीटा और उसके मुंह में जबरन सेनेटाइजर स्प्रे किया. स्थानीय लोग उसे अस्पताल ले गए. मैं अस्पताल भी पहुंचा. तब उसे मुरादाबाद के टीएमयू अस्पताल रेफर किया गया. वहां 17 अप्रैल को उसकी मौत हो गई.'
पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 304 (गैरइरादतन हत्या), 147 और 323 के तहत केस दर्ज कर लिया है. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाकर कार्रवाई कर रही है.