उत्तर प्रदेश: मां और भाई की हत्या के मामले में नाबालिग आरोपी को पुलिस हिरासत में घर पर रहने की मिली अनुमति, पुलिसकर्मी किए गए तैनात
अपनी मां और भाई की हत्या की आरोपी 15 वर्षीय किशोरी अपने पिता के साथ मेडिकल देखरेख में रह रही है. उसके पिता रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी हैं. सादे कपड़ों में महिला पुलिसकर्मियों को अधिकारी के घर पर तैनात किया गया है. बाल मनोचिकित्सक द्वारा जांच के लिए लड़की को केजीएमयू भी ले जाया गया.
लखनऊ, 2 सितंबर: अपनी मां और भाई की हत्या की आरोपी 15 वर्षीय किशोरी अपने पिता के साथ मेडिकल देखरेख में रह रही है. उसके पिता रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी हैं. सादे कपड़ों में महिला पुलिसकर्मियों को अधिकारी के घर पर तैनात किया गया है. किशोर न्यायालय (जुवेनाइल कोर्ट) ने लड़की को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था क्योंकि वह डिप्रेशन (अवसाद) और 'हैलुसिनेशन' से पीड़ित है. हजरतगंज के एसीपी राघवेंद्र सिंह ने कहा, "अदालत ने कहा कि उसे हिरासत अवधि के दौरान किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में मेडिकल निगरानी में रखा जाएगा."
लड़की के पिता ने एक प्रार्थना पत्र देकर अनुरोध किया था कि हिरासत में रहने के दौरान उसे घर में रहने दिया जा सकता है क्योंकि वह मानसिक रूप से परेशान है और उसे उसे भावनात्मक सहारे की जरूरत है. अधिकारी ने कहा, "परिणामस्वरूप, हिरासत की मांग के दौरान, हमने मजिस्ट्रेट को यह भी बताया कि चूंकि मामला दुर्लभतम श्रेणी में आता है, इसलिए अदालत द्वारा मानवीय आधार पर पिता के अनुरोध पर विचार करने पर पुलिस को कोई आपत्ति नहीं है."
बाल मनोचिकित्सक द्वारा जांच के लिए लड़की को केजीएमयू भी ले जाया गया. गौरतलब है कि लड़की ने कथित तौर पर .22 बोर की पिस्तौल से अपनी 47 वर्षीय मां और 17 वर्षीय भाई को उस समय गोली मार दी थी, जब वे सो रहे थे, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना शनिवार को हुई थी. लड़की ने तब कथित तौर पर दोनों की गोली मारकर हत्या करने की बात अपने दादा-दादी की मौजूदगी में कबूल की थी.