बरेली (उत्तर प्रदेश), 24 मई: अल्पसंख्यक समुदाय के पुरुष अपनी बेटियों को अन्य धर्मों के पुरुषों के साथ बातचीत करने से रोक रहे हैं. पुलिस ने यह जानकारी दी. कुछ दिनों में इस तरह की चार घटनाएं सामने आ चुकी हैं. पुलिस का कहना है कि और भी घटनाएं हो सकती हैं. इन समूहों ने मुख्य रूप से सार्वजनिक स्थानों पर अविवाहित अंतर्धार्मिक जोड़ों को निशाना बनाया है. अन्य धर्मों के लोगों को शर्मिदा किया गया और उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड की गईं. यह भी पढ़ें: Forced Conversion Case: उत्तर प्रदेश के मिजार्पुर जिले में 'लव जिहाद' मामले में तीन गिरफ्तार
बरेली में 24 वर्षीय एक युवती और रेलवे कर्मचारी उसके पुरुष मित्र को 21 मई को कुछ लोगों ने स्थानीय होटल के प्रबंधक से सूचना मिलने के बाद परेशान किया गया. उन्होंने युवती के वीडियो शूट किए और इसे अपनी बेटियों को भगवा जिहाद से बचाओ और अपने समुदाय में एक प्रेमी ढूंढो जैसे संदेशों के साथ ऑनलाइन प्रसारित किया. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
21 मई को एक अन्य घटना में, मुरादाबाद के भोजपुर इलाके में अपने पुरुष मित्र के साथ खरीदारी कर रही एक 18 वर्षीय लड़की को सार्वजनिक रूप से परेशान किया गया. वीडियो वायरल होने के बाद केस दर्ज किया गया. 15 मई को मेरठ और मुजफ्फरनगर में इसी तरह की दो घटनाएं हुईं.
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अब तक मुजफ्फरनगर में चार और मुरादाबाद में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. नाम न छापने की शर्त पर एक स्थानीय मौलवी ने दावा किया, दक्षिणपंथी समूह के नेताओं के अपने समुदाय के लोगों से हमारी बेटियों की शादी करके उनका धर्म बदलने के लिए कहने वाले वीडियो ऑनलाइन प्रसारित हो रहे हैं.
मौलवी ने कहा, इन वीडियो के सामने आने के बाद, हमारे समुदाय की बेटियों को निशाना बनाया गया और उनका विश्वास बदल गया. अब हम इस प्रथा को खत्म करना चाहते हैं और अपनी बेटियों को बचाना चाहते हैं. अतिरिक्त महानिदेशक, बरेली जोन, प्रेम चंद मीणा ने कहा, इक्का-दुक्का घटनाओं की सूचना मिली है, जहां अंतर-धार्मिक जोड़ों को अल्पसंख्यक समूहों द्वारा लक्षित किया गया, हमने हर मामले में आवश्यक कार्रवाई की.