2019 लोकसभा: मायावती ने खेला नया दांव, कहा गरीबी के आधार पर मुसलमानों को भी मिले आरक्षण
उत्तर प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Photo credits PTI)

लखनऊ: लोकसभा में अनुसूचित जातियां और अनुसूचित जनजातियां अत्याचार निवारण संशोधन विधेयक 2018 को मंजूरी दे दी गई है. जिस विधेयक का बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने स्वागत किया है. लेकिन इन्होंने आरक्षण को लेकर एक नया दांव खेल दिया है. मायावती ने आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए मुसलमानों पर भी डोरे डालने के लिए केंद्र सरकार से गरीबी के आधार पर उन्हें आरक्षण दिए जाने की मांग की है.

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लोकसभा में इस बिल को पास होने के बाद राज्यसभा में भी पास हो जाएगा. वही मायावती ने आगे मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश में गरीब मुसलमानों की हालत  बहुत खराब है. इसलिए इस वर्ग को भी आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाना चाहिए. वही उन्होंने कहा की उच्च वर्ग के लोगों को भी यदि गरीबी के आधार पर आरक्षण दी जाती है तो मैं सबसे पहले इसका स्वागत करूंगी

दलितों के लिए लोकसभा पारित इस विधेयक को लेकर मायावती का कहना है कि इस बिल में संशोधन के लिए उन्होंने सबसे पहले आवाज उठाई थी. जिसका आज नतीजा है  कि सरकार को इस विधेयक में संशोधन करना पड़ा.

गौरतलब हो कि आगामी लोकसभा चुनाव को कुछ ही महीने बाकी है. ऐसे में मायावती ने दलितों को रिझाने के बाद मुसलमानों को भी गरीबी के आधार पर आरक्षण दिए जाने की मांग की है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा की इनकी मांग कही ना कही चुनाव को देखते हुए है. ताकि वे मुस्लिम जो इनसे दूर हो गए है वे बीएसपी के पास आ जाए और  प्रदेश में खोया हुआ इनका  जनाधार  एक बार फिर से वापस आ सके .