वाराणसी, 14 अप्रैल : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने कहा कि बाबा साहब के सपने को पूरा करने में प्रधानमंत्री मोदी लगे हैं. केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी काशी के रोहनिया स्थित पार्टी मुख्यालय पर उन्होंने सामाजिक समरसता दिवस को संबोधित कर रही थीं. कहा कि डॉ भीमराव आंबेडकर जिन गरीबों, मजदूरों व वंचित लोगों के लिए हमेशा संघर्ष किया. आज उनके सपनों को साकार करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एकमात्र नेता हैं. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार न केवल भीमराव अंबेडकर के पंचतीर्थ का विकास कर रही है. बल्कि समाज के सबसे निचले वर्ग के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलाईं हैं. जिससे उनका आर्थिक और सामाजिक स्तर बढ़ा है.
केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि कुछ पार्टियां वर्ग विशेष की राजनीति कर रही हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कभी जाति या वर्ग के नाम पर वोट नहीं मांगते हैं. वह विकास की बात करते हैं, जो बाबा साहब का सपना था. काशी ने पीएम नरेन्द्र मोदी को यहां से सांसद चुना और देश ने सेवक मिला जो लगातार बाबा साहब के सपनों को पूरा कर रहा है. देश में सशक्त भारत की संकल्पना तब ही साकार होगी जब सरकार के खजाने पर सभी गरीबों का हक हो. यह भी पढ़ें : देश कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली सरकार स्कूलों के लिए दिशा-निर्देश जारी करेगी : सिसोदिया
ईरानी ने कहा कि डाक्टर आंबेडकर के सपनों का भारत आमजन की मदद का था. अब देश भर में बैंक खुद ही चलकर गरीबों के दरवाजे पर आते हैं. वहीं 11 करोड़ किसानों के खाते में पैसा सीधे उनके एकाउंट में जाता है. यूपी में एक समय था राजनैतिक दल का रंग लाल था. सड़कें भी तब लाल थीं. उस समाजवादी पार्टी के गुंडाराज को भाजपा ने खत्म किया है. सपा ने चुनाव के दौरान बुलडोजर को लेकर तंज किया था. यूपी की जनता ने बुलडोजर पर चढ़ कर कमल के बटन को दबा कर प्रदेश के सपा को चुनाव में जवाब दिया है. कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब के जख्मों पर नमक डालने का काम किया है. वहीं पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपने कैबिनेट में सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति के लोगों को जगह दी है.
कहा कि बाबा साहब का एक ही संकल्प था एक राष्ट्र एक संविधान. भारतीय जनता पार्टी उसी को संकल्प के रूप में लेकर काम कर रही है. बाबा साहब ने एक राज्य के बंटवारे के समय कहा था कि कोई यह न समझे कि हम किसी धर्म किसी संप्रदाय किसी विशेष क्षेत्र के लोगों के लिए काम करेंगे. मेरी प्राथमिकता भारत है. मैं भारतीय हूं. वह एक राष्ट्र एक संविधान की बात करते थे. उन्होंने ही संविधान के आधार पर एकजुट होने की प्रेरणा दी थी. वही संविधान हम सभी को एक राष्ट्र एक संविधान और सभी को समान अधिकार देता है.