मोदी सरकार ने मजदूरों के जख्मों पर लगाया मुफ्त राशन का मरहम, हर प्रवासी को देगी 2 महीनों तक अनाज, खर्च होंगे 3500 करोड़ रुपये
केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को मोदी सरकार के विशाल 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ब्यौरा पेश किया. मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि आज की पहल प्रवासी श्रमिकों, सड़क विक्रेताओं, छोटे व्यापारियों, स्वरोजगार और छोटे किसानों पर केंद्रित है.
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने गुरुवार को मोदी सरकार के विशाल 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज (Stimulus Package) का ब्यौरा पेश किया. मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि आज की पहल प्रवासी श्रमिकों, सड़क विक्रेताओं, छोटे व्यापारियों, स्वरोजगार और छोटे किसानों पर केंद्रित है.
मजदूरों को राहत देने के मकसद से मोदी सरकार ने अगले दो महीनों तक फ्री में अनाज देने का ऐलान किया. केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि अगले दो महीनों तक गैर-कार्ड धारकों को 5 किलो गेहूं / चावल प्रति व्यक्ति और 1 किलो चना प्रति परिवार हर महीने के हिसाब से दिए जाएंगे. इस कदम से 8 करोड़ प्रवासियों को फायदा पहुंचेगा, जबकि केंद्र सरकार के 3500 करोड़ रुपए इस पर खर्च होंगे. कोरोना संकट से उबारने के लिए मोदी सरकार ने खोला पिटारा, छोटे उद्योग को देगी 3 लाख करोड़ का बिना गारंटी लोन
इस दौरान वित्तमंत्री ने बताया कि देश के श्रमिकों के कल्याण के लिए श्रम कानून में सुधार करने पर काम चल रहा है. उन्होंने बताया कि कृषि के क्षेत्र में पिछले मार्च और अप्रैल के महीने में 63 लाख कर्ज मंजूर किये गए, जिसकी राशि लगभग 86,600 करोड़ रूपये हैं और इससे कृषि क्षेत्र को बहुत बल मिला है.
गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के ऐतिहासिक पैकेज की जानकारी प्रतिदिन अलग-अलग सेक्टर के आधार पर देने का निर्देश दिया है. जिसके मुताबिक केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर अगले कुछ दिनों तक पैकेज की जानकारी देने के लिए प्रेस कांफ्रेंस करेंगे.