Periodic Labor Force Survey: शहरी इलाकों में बेरोजगारी दर 6.7% घटी, नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस ने जारी किए आंकड़े

Periodic Labor Force Survey: देश के शहरी इलाकों में बेरोजगारी दर घटी है. नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस (NSSO) के ताजा सर्वे के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में 15 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए बेरोजगारी दर घटकर 6.7% हो गई है, जो वित्त वर्ष 2023 की मार्च तिमाही में 6.8 प्रतिशत थी.यह अप्रैल-जून के साथ-साथ पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2023) में 6.6 फीसदी थी और अक्टूबर-दिसंबर 2023 में यह 6.5 फीसदी थी.

22वें पीरियॉडिक लेबर फोर्स सर्वे (PLFS) के मुताबिक, इस साल जनवरी से मार्च की तिमाही में शहरी इलाकों में 15 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों की बेरोजगारी दर 6.7% रही.

शहरी इलाकों में बेरोजगारी दर 6.7% घटी

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सर्वे के मुताबिक, शहरी क्षेत्रों में महिलाओं (15 वर्ष और उससे अधिक आयु) के बीच बेरोजगारी दर जनवरी-मार्च 2024 में घटकर 8.5% हो गई है, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 9.2%थी. अप्रैल-जून 2023 में यह 9.1%, जुलाई-सितंबर 2023 में 8.6% और अक्टूबर-दिसंबर 2023 में 8.6% थी. वहीं शहरी इलाकों के पुरुषों में 2024 की जनवरी-मार्च तिमाही में बेरोजगारी दर बढ़कर 6.1% हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 6% थी. अप्रैल-जून 2023 में यह 5.9%, जुलाई-सितंबर 2023 में 6% और अक्टूबर-दिसंबर 2023 में 5.8% थी.

क्या है बेरोजगारी दर और लेबर फोर्स?

देश के कुल लेबर फोर्स में बेरोजगार लोगों के प्रतिशत को बेरोजगारी दर कहा जाता है. वहीं, लेबर फोर्स जनसंख्या के उस हिस्से को कहा जाता है, जो सामान के उत्पादन और सेवाओं के लिए अपना श्रम देते हैं और उसके बदले कमाई करते हैं. इसमें रोजगार पाए हुए लोग और बेरोजगार दोनों शामिल हैं.