नई दिल्ली: यूजीसी (UGC) ने उच्च शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों को निकटवर्ती जिला अस्पतालों और सरकारी प्रयोगशालाओं में कोविड-19 की जांच के लिए आरटी-पीसीआर मशीनें उपलब्ध करवाने को कहा है. उच्च शिक्षा के नियामक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कहा है कि अस्थायी तौर पर ऐसी मशीनों की व्यवस्था किए जाने से प्रतिदिन करीब 60,000 जांच की अतिरिक्त सुविधा मिल सकेगी.
यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने बताया, ‘‘कोविड-19 की जांच की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए यह जरूरी है कि और आरटी-पीसीआर मशीनें लगाकर जांच केंद्रों को मजबूत किया जाए. शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों के विभिन्न विभागों में इस तरह की मशीनें बड़ी संख्या में उपलब्ध हैं और इनमें आरटी-पीसीआर जांच हो सकती है. फिलहाल, इन मशीनों का किसी महत्वपूर्ण काम के लिए इस्तेमाल नहीं हो रहा.’’ JEE-NEET Exams 2020: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, कहा- कोरोना महामारी तक इस परीक्षा को स्थगित किया जाए
उन्होंने कहा, ‘‘स्पष्ट कर दिया गया है कि जिला अस्पतालों और सरकारी प्रयोगशालाओं में अस्थायी तौर पर ऐसी मशीनें लगाने से रोजाना करीब 60,000 अतिरिक्त जांच हो पाएगी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके मद्देनजर सभी उच्च शिक्षा संस्थानों और अनुसंधान संस्थानों को स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के साथ विचार-विमर्श करने को कहा गया है. कोविड-19 की जांच के लिए 31 अगस्त तक जिला अस्पतालों और सरकारी प्रयोगशालाओं में अस्थायी आधार पर मशीनें लगाने का अनुरोध किया गया है. ’’
आईसीएमआर के मुताबिक 23 अगस्त तक कोविड-19 की कुल 3,59,02,137 जांच हो चुकी है . रविवार को 6,09,917 नमूनों की जांच की गयी.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)