
Kota Shocker: राजस्थान के कोटा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां मंडाना थाना क्षेत्र में एक तेज रफ्तार ट्रेलर ने ड्यूटी पर तैनात आरटीओ इंस्पेक्टर को कुचल दिया. हादसा इतना भीषण था कि इंस्पेक्टर नरेश की मौके पर ही मौत हो गई. यह दर्दनाक घटना कोटा-झालावाड़ हाईवे 52 पर हुई. पुलिस के अनुसार, आरटीओ इंस्पेक्टर नरेश सोमवार को गोपालपुरा माता के पास झालावाड़ रोड पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे. इसी दौरान एक तेज रफ्तार ट्रेलर कोटा की ओर से झालावाड़ की तरफ आ रहा था. इंस्पेक्टर नरेश ने ट्रेलर को रुकने का इशारा किया, लेकिन चालक ने न सिर्फ रुकने से इनकार किया, बल्कि इंस्पेक्टर को कुचलने की कोशिश की.
इसके बाद आरटीओ इंस्पेक्टर ने मौके पर ही ट्रेलर का ऑनलाइन चालान काटा. कुछ ही देर बाद वह ट्रेलर कुछ दूरी पर जाकर अचानक यूटर्न लेकर वापस आया और तेज रफ्तार से चलाते हुए सीधा नरेश पर चढ़ा दिया.
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तेज रफ्तार ट्रेलर ने RTO इंस्पेक्टर को कुचला
गोपालपुरा में तेज रफ्तार ट्रेलर ने RTO इंस्पेक्टर को कुचला.
चालान बनाने से नाराज होकर की गई RTO इंस्पेक्टर की हत्या.
हत्या सहित कई गंभीर धाराओं में किया गया मुकदमा दर्ज.@PoliceRajasthan @KotaPolice #RajasthanNews #RajasthanWithNews18 pic.twitter.com/cqS4alLaRU
— News18 Rajasthan (@News18Rajasthan) May 3, 2025
घटना के बाद क्षेत्र में मचा हड़कंप
ट्रक की टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि नरेश की मौके पर ही मौत हो गई. यह पूरी घटना बेहद चौंकाने वाली और अमानवीय थी. हादसे में एक अन्य व्यक्ति के घायल होने की सूचना भी मिली है. मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी. हाईवे एंबुलेंस और 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक इंस्पेक्टर की जान जा चुकी थी.
इस घटना के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. ट्रेलर चालक की तलाश में पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी कर दी है. फिलहाल आरोपी फरार है, लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं.
आरटीओ विभाग में भारी आक्रोश
आरटीओ विभाग और पुलिस महकमे में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है. अधिकारियों का कहना है कि इंस्पेक्टर नरेश अपने कर्तव्य का पालन कर रहे थे और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले पर कानूनी कार्रवाई कर रहे थे. ऐसे में उन पर जानबूझकर वाहन चढ़ाना न सिर्फ कानून का अपमान है, बल्कि इंसानियत के खिलाफ भी है.
इस घटना ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या अब ड्यूटी पर तैनात अधिकारी भी सुरक्षित नहीं हैं? क्या ट्रैफिक नियमों की चेकिंग करने वालों को अब अपनी जान का खतरा उठाना पड़ेगा?