नई दिल्ली: आम जनता पर महंगाई की मार जारी है. एक तरफ जहां टमाटर बजट से बाहर जा रहे हैं वहीं आम भी अब आम आदमी के पहुंच से दूर होता जा रहा है. अधिकांश शहरों में टमाटर जहां 80 से 100 रुपये प्रति किलो बिक रहा है वहीं आम की कीमत भी 100 रुपये के पार पहुंच गई है. आम का स्वाद महंगा पड़ने का कारण है समय से पहले गर्मी और लू (Heatwave) जारी रहने से फसल पर बुरा प्रभाव पड़ना. बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे आम उत्पादक राज्यों में इस साल पैदावार में गिरावट देखी गई है, जो उनकी सामान्य उत्पादन क्षमता के 20 प्रतिशत तक कम है. वहीं महाराष्ट्र में मौसम का असर आम की गुणवत्ता पर पड़ा है. Mainu Lagda India Dusri Lanka Hai: महंगाई पर पंजाब के सब्जी विक्रेता की कविता हुई वायरल, देखें वीडियो.
सप्लाई में कमी के कारण आम और टमाटर की कीमत में भारी उछाल आया है. ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में टमाटर 120 रुपये किलो बिक रहा है. देश में आम के सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में 80 फीसदी पैदावार प्रभावित हुई है. कम उत्पादन के कारण इस बार आम का निर्यात भी प्रभावित होने की आशंका है.
नमी और अत्यधिक गर्मी ने इस साल आम की मात्रा और गुणवत्ता को प्रभावित किया है और कुल उत्पादन में लगभग 30-35 प्रतिशत की गिरावट आई है. जानकारों की मानें तो आम के दाम इस साल नीचे आने के आसार नहीं दिख रहे हैं. इसका मतलब आम आदमी को आम के स्वाद के लिए जेब ढीली करनी पड़ेगी.
टमाटर से बिगड़ा रसोई का बजट
हर सब्जी, दाल के साथ पड़ने वाला जरूरी टमाटर हर किसी का बजट बिगाड़ रहा है. 30, 40 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर शतक लगा चुका है और अभी भी इसकी कीमतों में गिरावट के आसार कम हैं. टमाटर के दाम जुलाई में जाकर सस्ते होने का अनुमान है... जून में कीमतों में राहत का अनुमान नहीं है. इस साल लू के असर से देश के अधिकांश इलाकों में टमाटर के फूल झुलस गए और टमाटर की फसल का उत्पादन घट गया. अब नई फसल के बाद ही दाम में कमी आएगी.