Sambhal Mosque Dispute: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में मस्जिद के सर्वे को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. मुरादाबाद की मंडलायुक्त आंजनेय कुमार ने रविवार को इस बात की पुष्टि की है. मृतकों की पहचान नईम, बिलाल और निम्मन के रूप में हुई है. हिंसा में संभल के सीओ, एसपी के पीआरओ और एक एसडीएम समेत 20 से 22 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. प्रशासन ने बताया कि 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
यह झड़प तब हुई जब मुगलकालीन जामा मस्जिद का दूसरा सर्वे हो रहा था. यह सर्वे स्थानीय कोर्ट के आदेश पर किया जा रहा है, जिसमें दावा किया गया था कि इस स्थान पर पहले हरीहर मंदिर था.
संभल के जामा मस्जिद सर्वे विवाद में तीन लोगों की मौत
संभल
➡संभल में पथराव, फायरिंग बवाल का मामला
➡छतों से फायरिंग में 3 की गोली लगने से मौत
➡फायरिंग और हिंसा में 3 लोगों की दर्दनाक मौत
➡तीनों को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था
➡डीएम, एसपी पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद
➡फायरिंग में मरने वालो के नाम भी आए सामने
➡बवाल… pic.twitter.com/rUzm2mHZr2
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) November 24, 2024
मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह का बयान
संभल -संभल में पथराव, फायरिंग बवाल का मामला....
मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह का बयान...#Sambhal #Sambhal @sambhalpolice @dgpup@Uppolice @CMOfficeUP @DmSambhal @Comm_Moradabad pic.twitter.com/DLIyPZYGKK
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) November 24, 2024
जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह करीब 7 बजे "एडवोकेट कमिश्नर" द्वारा सर्वे शुरू होते ही बड़ी संख्या में लोग मस्जिद के पास इकट्ठा हो गए. कुछ उपद्रवियों ने भीड़ से बाहर आकर पुलिस टीम पर पथराव कर दिया. इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग और आंसू गैस का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर किया.
जिले के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा, "पथराव करने वाले और भड़काने वाले लोगों की पहचान की जा रही है. इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी." जिला अधिकारी राजेंद्र पेसिया ने कहा, "कुछ उपद्रवियों ने पथराव किया, लेकिन अब स्थिति शांतिपूर्ण है और सर्वे जारी है."
संभल में पिछले कुछ दिनों से तनाव का माहौल बना हुआ है. मंगलवार को कोर्ट के आदेश पर मस्जिद का पहला सर्वे हुआ था, जिसके बाद विवाद बढ़ गया. प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. अधिकारियों का कहना है कि सर्वे कोर्ट के आदेश पर किया जा रहा है और इसमें किसी भी पक्ष को नुकसान पहुंचाने का इरादा नहीं है.