देश में कोरोना वायरस रोधी वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) लगा चुके लोगों को जल्द ही सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा. दरअसल, देश में कोरोना रोधी टीके के ट्रायल में भाग लेने वाले लोगों को वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट दिया जाएगा. इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय ने आईसीएमआर से वैक्सीन के तीनों चरण के ट्रायल में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का ब्योरा मांगा है. स्पुतनिक वी कोविड वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी तो है, पर अभी कुछ सवाल बाकी
तीनों ट्रायल में वैक्सीन लेने वालों के मांगे नाम
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने चिट्ठी लिख कर आईसीएमआर से सिर्फ कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक के तीनों ट्रायल में भाग लेने वाले लोगों की जानकारी मांगी है. इन वैक्सीन को भारत में आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिली है. इसके साथ आईसीएमआर से सिर्फ उन लोगों का डेटा साझा करने को कहा गया है, जिन्हें वैक्सीन दिया गया है. चूंकि ट्रायल में कई लोगों को प्लेसीबो वैक्सीन भी दिया गया है यानि कोई वैक्सीन नहीं दिया गया.
कोविन पोर्टल पर नहीं दर्ज है नाम
बता दें कि इन वैक्सीन के ट्रायल में भाग लेने वाले के नाम कोविन पोर्टल पर दर्ज नहीं किए गए थे, इसलिए प्रतिभागियों को वैक्सीन सर्टिफिकेट नहीं दिया गया था, लेकिन अब इन्हें भी वैक्सीन प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा. चूंकि विदेश यात्रा, प्रतियोगी परीक्षा समेत कई जगह वैक्सीन सर्टिफिकेट को अनिवार्य कर दिया गया है. इसी वजह से जो लोग तीनों वैक्सीन के ट्रायल में शामिल थे और उन्हें प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा.
बता दें कि वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट सामान्य व्यक्ति वैक्सीन लगवाने के बाद कोविन पोर्टल के जरिए खुद भी डाउनलोड कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें पहले अपने नाम को कोविन पोर्टल पर दर्ज कराना होगा, जिसके बाद वैक्सीन लगते ही उन्हें प्रमाण पत्र मिल जाता है. वहीं देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन कार्यक्रम चल रहा है. अब तक करीब 44 करोड़ से अधिक वैक्सीन लगाई जा चुकी है. करीब 7.2 प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज मिल चुकी हैं.