Tata Trust Chairman: नोएल टाटा को हाल ही में टाटा ट्रस्ट्स का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि टाटा समूह में नेतृत्व की दिशा में स्थिरता और निरंतरता बनी रहेगी. टाटा समूह की कई बड़ी कंपनियों में महत्वपूर्ण पदों पर रहने के बाद, नोएल अब इस प्रतिष्ठित भूमिका में आए हैं.
नोएल टाटा कौन हैं? (Who is Noel Tata)
नोएल टाटा टाटा समूह के एक अनुभवी और प्रभावशाली नेतृत्वकर्ता हैं, जिनका संबंध टाटा परिवार से है. वह टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड के चेयरमैन और नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इसके अलावा, वह टाटा स्टील, टाइटन कंपनी लिमिटेड, ट्रेंट, वोल्टास और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन के बोर्ड सदस्य भी हैं. उनके नेतृत्व में टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड का राजस्व 2010 से 2021 के बीच $500 मिलियन से $3 बिलियन तक पहुंचा.
नोएल टाटा की उम्र (Noel Tata age)
नोएल टाटा का जन्म 1957 में हुआ था, जिससे उनकी उम्र 66 साल है (2024 में). उन्होंने कई दशकों तक टाटा समूह के साथ विभिन्न नेतृत्वकारी भूमिकाएं निभाई हैं.
नोएल टाटा और रतन टाटा का रिश्ता (Noel Tata Relationship With Ratan Tata)
नोएल टाटा रतन टाटा के सौतेले भाई हैं. दोनों का पारिवारिक संबंध (Noel Tata and Ratan Tata Relation) टाटा समूह की प्रमुखता में विशेष भूमिका निभाता है. हालांकि, पहले नोएल को टाटा सन्स का चेयरमैन बनाए जाने पर विचार किया गया था, लेकिन यह पद सायरस मिस्त्री को दिया गया. बाद में, रतन टाटा और नोएल के बीच मतभेद कम होते दिखे, और उनकी नेतृत्व की भूमिकाओं में सामंजस्य बना.
नोएल टाटा की नेट वर्थ (Noel Tata Net Worth)
डीएनए इंडिया के अनुसार, नोएल टाटा की प्रभावशाली कुल संपत्ति 1.5 बिलियन डॉलर (लगभग 12,455 करोड़ रुपये) आंकी गई है. इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, दिसंबर 2023 में 1 लाख करोड़ रुपये के बाजार मूल्यांकन की उपलब्धि हासिल करने वाली ट्रेंट पांचवीं सूचीबद्ध टाटा फर्म बन गई. वेस्टसाइड की मूल कंपनी ट्रेंट ने 2022 में 554 करोड़ रुपये से अधिक का शुद्ध लाभ दर्ज किया.
टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन के रूप में नियुक्ति (New Chairman of Tata Trusts)
नोएल टाटा की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण समय पर हुई है, जब टाटा ट्रस्ट्स का कामकाज सीधे टाटा समूह के बड़े व्यापारिक और परोपकारी पहलुओं से जुड़ा है. नोएल का अनुभव और नेतृत्व टाटा ट्रस्ट्स के भविष्य को मजबूत करेगा, जिससे समूह की सामाजिक और व्यापारिक पहलों को नई दिशा मिलेगी.