नई दिल्ली: कश्मीर में हिंदुओं पर आतंकी हमलों में हुई बढ़ोतरी के बाद घाटी में लोगों में डर फ़ैल गया है. स्थिति को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने खुद मोर्चा संभाल लिया है. घाटी के सुरक्षा हालात को लेकर होम मिनिस्ट्री में अहम बैठक चल रही है. इस बैठक में घाटी में टारगेट किलिंग और आतंकी हमलों को लेकर बैठक में कोई बड़ा फैसला होने की संभावना है. गृह मंत्रालय में हो रही इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल हैं. सेना प्रमुख और जम्मू कश्मीर के डीजीपी के अलावा अर्धसैनिक बलों और खुफिया एजेंसियों के टॉप अधिकारी भी इस बैठक में मौजूद हैं. Jammu and Kashmir: बडगाम में आतंकियों ने दो मजदूरों को गोली मारी, एक की मौत.
बैठक में यह सुनिश्चित करने के लिए सभी व्यवस्थाओं पर चर्चा होगी कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और 30 जून से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा से पहले घाटी में सुरक्षा स्थिति को अच्छी तरह से नियंत्रण में लाया जाए. सूत्रों ने कहा कि उपराज्यपाल जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति और लक्षित हत्याओं को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर गृह मंत्री को विस्तृत जानकारी देंगे.
जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर पिछले 15 दिनों के अंदर गृह मंत्री अमित शाह की ये दूसरी बड़ी बैठक है. इससे पहले, गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और कई शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की थी.
टारगेट किलिंग से छलनी हो रही घाटी
पिछले कुछ समय से कश्मीर घाटी में हिंदुओं को निशाना बनाने की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं. गुरुवार को भी आतंकवादियों ने एक हिंदू बैंक मैनेजर की हत्या कर दी. वहीं गुरुवार की रात आतंकवदियों ने दो मजदूरों को गोली मार दी. इस हमले में एक मजदूर की मौत हो गई. इससे पहले कुलगाम जिले में मंगलवार को आतंकवादियों ने एक हिंदू शिक्षिका की गोली मारकर हत्या कर दी.
इस महीने की शुरुआत में, कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट सहित एक अन्य नागरिक को आतंकियों को अपना निशाना बनाया. इसके साथ ही कश्मीर में तीन ऑफ-ड्यूटी पुलिसकर्मियों की आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी. वहीं पिछले हफ्ते, बडगाम के चदूरा इलाके में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों द्वारा उन पर गोलियां चलाने के बाद टीवी कलाकार अमरीन भट की मौत हो गई थी.
अप्रैल में दक्षिण कश्मीर के शोपियां में एक कश्मीरी पंडित पर आतंकी ने फायरिंग कर दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. घाटी में दिन के दौरान दो अन्य हमलों के बाद छोटिगम गांव के बाल कृष्ण पर गोलीबारी हुई, जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया और दो प्रवासी श्रमिकों सहित तीन लोग घायल हो गए.
मार्च में, उग्रवादियों ने उत्तर प्रदेश के एक बढ़ई, मोहम्मद अकरम को मार डाला. दो दिन बाद, बिहार के एक मजदूर बिस्वजीत कुमार को गोली मार दी गई.