कर्नाटक के पंपापुर किष्किन्धा में भगवान हनुमान की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी. यह घोषणा सोमवार को अयोध्या में हनुमद जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी गोविंद आनंद सरस्वती ने की. अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास से मुलाकात के बाद द्रष्टा ने यह घोषणा की. यह प्रतिमा 215 मीटर ऊंची होगी और इस पर 1,200 करोड़ रुपये खर्च होंगे. कर्नाटक के बेल्लारी जिले में पंपापुर किष्किंधा को भगवान हनुमान का जन्मस्थान कहा जाता है. यह भी पढ़ें: Ayodhya Ram Mandir Construction: अयोध्या एयरपोर्ट अब भगवान राम के नाम से जाना जाएगा, नाम बदलने और हाईअड्डे का दायरा बढ़ाने की कवायद की शुरू
सरस्वती ने टीओआई को बताया कि ट्रस्ट प्रतिमा के लिए आम जनता से चंदा इकट्ठा करने के लिए देशव्यापी रथ यात्रा निकालेगा. हनुमद तीर्थ खसरा ट्रस्ट राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट को एक भव्य रथ दान करेगा. हम्पी स्थित हनुमद ट्रस्ट, एक प्राइवेट ट्रस्ट, अगले छह वर्षों में प्रतिमा बनाने की योजना बना रहा है. यूपी सरकार अयोध्या में भगवान राम की 221 मीटर लंबी प्रतिमा भी स्थापित करेगी.
देखें ट्वीट:
A 215-meter tall statue of Lord Hanuman will be installed in Pampapur Kishkindha, Karnataka. The project will cost Rs 1,200 crores: Swami Govind Anand Saraswati, president of Hanumad Janmabhoomi Teerth Kheshtra Trust, in Ayodhya (16.11.2020) pic.twitter.com/lJ0KlyQlau
— ANI UP (@ANINewsUP) November 17, 2020
चूंकि हनुमान की प्रतिमा उनके स्वामी भगवान राम से बड़ी नहीं हो सकती है, इसलिए कर्नाटक में प्रतिमा भगवान राम की तुलना में 6 मीटर छोटी होगी, सरस्वती ने कहा. बता दें कि किष्किंधा हम्पी के बाहरी इलाके में स्थित है और एक यूनेस्को विरासत स्थल है.