मुम्बई, 8 अप्रैल : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) के अधिकारी निलंबित पुलिसकर्मी सचिन वाजे को बृहस्पतिवार को चिकित्सकीय जांच के लिए सरकारी जेजे अस्पताल (JJ Hospital) ले गए. दक्षिण मुम्बई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास 25 फरवरी को एक एसयूवी से जिलेटिन की छड़ें बरामद होने और फिर गाड़ी के मालिक मनसुख हिरन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद वाजे (49) एनआईए की जांच के घेरे में आए. वाजे को 13 मार्च को गिरफ्तार किया गया. अधिकारी ने बताया कि एनआईए वाजे को बृहस्पतिवार दोपहर करीब 12 बजे अस्पताल ले गई.
अस्पताल से जुड़े़ एक सूत्र ने बताया कि वाजे की चिकित्सकीय जांच की गई और उन्हें वापस भेज दिया गया. सूत्र ने कहा, ‘‘ संबंधित अधिकारियों को रिपोर्ट दे दी गई है. ’’ गिरफ्तार किए जाने के बाद दूसरी बार वाजे को चिकित्सकीय जांच के लिए जेजे अस्पताल लाया गया. वाजे ने बुधवार को एक पत्र में दावा किया है कि राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुम्बई पुलिस में उनकी सेवाएं जारी रखने के लिए उनसे दो करोड़ रुपये की मांग की थी. वाजे ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य मंत्री परब ने उनसे मुम्बई के कुछ ठेकेदारों से पैसे एकत्र करने को कहा था. यह भी पढ़ें : Sachin Waze Case: सचिन वाजे की एनआईए हिरासत नौ अप्रैल तक बढ़ी
शिवसेना नेता परब ने वाजे के दावे को खारिज कर दिया है. बंबई उच्च न्यायालय ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार और कदाचार के आरोपों की सीबीआई जांच का निर्देश दिया है. ये आरोप मुम्बई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने लगाये थे. उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सोमवार को देशमुख ने राज्य के गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. विशेष एनआईए अदालत ने देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की प्रारंभिक जांच (पीई) के लिए केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सचिन वाजे से पूछताछ करने की बुधवार को अनुमति दे दी थी.